छपरा। सारण जिले का जेपी यूनिवर्सिटी एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार कारण उनकी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं, बल्कि एक अनोखा गड़बड़ी है। हाल ही में बीकॉम पार्ट 2 की एक अंकतालिका में यूनिवर्सिटी ने 500 अंकों के कुल पूर्णांक में से एक छात्र को 955 अंक दे दिए हैं। यह अंकतालिका जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं।
घटना के अनुसार, यूनिवर्सिटी ने बीकॉम पार्ट 2 की परीक्षा के परिणाम में अंकतालिका जारी की, जिसमें छात्र को दिए गए अंक कुल पूर्णांक से कहीं अधिक थे। यह गड़बड़ी तकनीकी समस्या, मानव त्रुटि, या अन्य किसी कारण से हुई हो सकती है, लेकिन इसने छात्रों, शिक्षकों और प्रशासन का ध्यान खींचा है।
जेपी यूनिवर्सिटी के प्रशासन ने इस गलती को गंभीरता से लिया है और अंकतालिका में हुई इस त्रुटि को सुधारने का आश्वासन दिया है।
अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की गलतियाँ न सिर्फ छात्रों के भविष्य पर असर डाल सकती हैं, बल्कि यूनिवर्सिटी की छवि को भी प्रभावित करती हैं।
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे ने तेजी से फैलने के बाद कई लोगों ने इसे हास्य के रूप में लिया।
जेपी यूनिवर्सिटी का यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि प्रशासनिक गलतियाँ कभी-कभी बड़े मुद्दों का रूप ले सकती हैं। उम्मीद की जाती है कि यूनिवर्सिटी इस घटना से सीख लेगी और अपनी प्रक्रियाओं को और भी मजबूत बनाएगी।
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