छपरा डेस्क। बिहार में शराबबंदी के बीच शराब तस्करों के रोज नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं। पुलिस की आंखो में धूल झोंककर शराब तस्कर शराबी की खेप पहुंचाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। अब आलम यह है कि तस्कर एंबुलेंस में मरीज की जगह शराब की तस्करी कर रहे हैं। उत्पाद विभाग की टीम ने शनिवार की रात में यूपी-बिहार की सीमा पर स्थित मांझी चेक पोस्ट पर 88 कार्टन शराब लदी एक एंबुलेंस पकड़ी। जब्त 783 लीटर शराब की कीमत 10 लाख रुपए बताई गई है। वहीं पुलिस ने दो शराब तस्कर भी गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार शराब तस्करों की पहचान हरियाणा के भिवानी जिला के दुगना थाना क्षेत्र अंतर्गत वोंद गांव निवासी विक्की दीवान पिता सुभाष दीवान और झझर जिला के विरधाना निवासी मुकेश कुमार के पुत्र सुमित कुमार के रूप में हुई है।
तस्कर हरियाणा से मुजफ्फरपुर शराब की खेप पहुंचाने वाले थे। बता दें कि सारण में जहरीली शराब कांड के बाद शराब तस्करी को रोकने और बिहार सरकार के शराबबंदी अभियान की सफलता के लिए पुलिस की चौकसी काफी बढ़ गई है। इसके बावजूद शराब तस्कर नए-नए हथकंडे अपनाकर शराब की खेप पहुंचाने से बाज नहीं आ रहे हैं।
शराब तस्कर इस काम में गाड़ियों में विशेष तहखाना बनवाने से लेकर दूध और तेल के टैंकर का इस्तेमाल करते रहे हैं। तस्करी के लिए बड़े ओहदेदार के पदनाम का प्लेट लग्जरी गाड़ियों के आगे लगवा कर पुलिस को चकमा देने की कोशिश करते हैं।
अब एंबुलेंस का भी इस्तेमाल शराब की तस्करी में होने लगा है। यह चिंता का विषय है क्योंकि पुलिस यदि एंबुलेंस को जांच पड़ताल के लिए रोकती है तो इससे आम लोग ही परेशान होंगे।
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