अब JP यूनिवर्सिटी में होगी नैनो टेक्नोलॉजी और बायो-टेक्नोलॉजी जैसी बड़े कोर्स की पढ़ाई

छपरा
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छपरा। जयप्रकाश विश्वविद्यालय और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के बीच गुरुवार को एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है। जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. परमेन्द्र कुमार बाजपेई और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शरद कुमार यादव की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. रणजीत कुमार और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो शंकर कुमार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

एमओयू पर हस्ताक्षर होने के बाद अब जहां जयप्रकाश विश्वविद्यालय और इसके क्षेत्रान्तर्गत महाविद्यालयों में आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में संचालित कोर्सेज की पढ़ाई हो सकेगी। वहीं, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रा भी जयप्रकाश विश्वविद्यालय में संचालित कोर्सेज की अपने यहां पढ़ाई कर सकेंगे। एमओयू के अनुसार शार्ट टर्म कोर्सेज, सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्सेज के लिए यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा रिसर्च आदि के करने में भी दोनों विश्वविद्यालय आपस मे सहयोग करेंगे। इसके लिए फैकल्टी का आदान-प्रदान भी किया जाएगा।

एमओयू ड्राफ्टिंग कमिटी के कन्वेनर जयप्रकाश विश्वविद्यालय भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो महेंद्र सिंह,सदस्य रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो रविंद्र सिंह और डॉक्टर शची मिश्रा असिस्टेंट प्रोफेसर रसायन शास्त्र विभाग सदस्य मौजूद थे ।

जयप्रकाश विश्वविद्यालय के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। नैनो टेक्नोलॉजी, बायोटेक्नालोजी,नैनो साइंस, बायो इनफारमेटिक्स,बायो केमेस्ट्री,जियो फिजिक्स,एस्ट्रो फिजिक्स आदि बङे कोर्सेज जयप्रकाश विश्विद्यालय में अब यथाशीघ्र लागू हो जायेंगे और इससे जयप्रकाश विश्विद्यालय के क्षेत्रांतर्गत आने वाले सभी छात्रों को इससे बहुत लाभ होगा। इसे लेकर सीसीडीसी प्रो हरिश्चंद, प्रॉक्टर प्रो विश्वामित्र पाण्डेय सहित अन्य पदाधिकारियों ने इसे जयप्रकाश विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि बताई है। सीसीडीसी प्रो हरिश्चंद ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के 32 वर्षों के इतिहास में यह पहला अवसर है जब इतने अहम एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है। इस एमओयू से दोनों विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को काफी सुविधा होगी।