छपरा। बिहार विधालय परीक्षा समिति द्वारा शुरू किए गए इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले दिन लगभग सभी परीक्षा केंद्रों पर अफरातफरी का माहौल रहा, वहीं सैकड़ों परीक्षार्थी केन्द्र अधीक्षकों की मनमानी व ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त नहीं रहने के कारण परीक्षा देने से वंचित हो गए. शहर के सीसीएस परीक्षा केंद्र सांढा के नजदीक सड़क पर परीक्षा से वंचित किए गए छात्रों ने जमकर बवाल काटा, थोड़ी देर के लिए सड़क जाम व प्रदर्शन कर राज्य सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एआईएसएफ के बिहार राज्य नेता राहुल कुमार यादव ने कहा कि इंटरमीडिएट परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र अधीक्षकों की मनमानी व ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने के कारण सारण जिला में दर्जनों परीक्षा केंद्रों के हजारों छात्र-छात्राओं की परीक्षा में शामिल होने से वंचित किए जाने की सूचना प्राप्त हुई है.
वहीं सीसीएस परीक्षा केंद्र सांढा में छात्रों से केन्द्र अधीक्षक, विक्षक व पुलिस प्रशासन द्वारा परीक्षार्थी से दुर्व्यवहार कर परीक्षार्थियों पर लाठीचार्ज की सूचना प्राप्त हुई है. राज्य सरकार लाठी व गोली से डराकर संविधान में प्रदत्त छात्रों को उनके अधिकारों से वंचित कर गरीब छात्रों को शिक्षा से वंचित कर देना चाहती है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. केंद्र व राज्य सरकार के शिक्षा, शिक्षक व छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर सड़क पर संघर्ष तेज करने की जरूरत है. छात्र नेता राहुल कुमार यादव ने बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर व सारण जिलाधिकारी को एक पत्र लिखकर प्रथम दिन, प्रथम पाली की परीक्षा में किसी भी कारणवश परीक्षा में शामिल होने से वंचित हुए सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिए एक और मौका दिए जाने, ट्रेफिक व्यवस्था दुरुस्त करने व परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था सुदृढ़ करने की मांग किया है.
प्रदर्शन कर परीक्षा के लिए एक और मौका दिए जाने कि गुहार लगाने वाले परीक्षार्थियों में मुख्य रूप से सन्नी कुमार, सोनू कुमार, आदित्य कुमार यादव, धनंजय कुमार, दीपक कुमार, पिंटू कुमार, मुन्ना कुमार, धीरज कुमार, राजु राम, शंकर सिंह, सुमित कुमार, रोहित कुमार, नीतेश कुमार, संजीत मांझी, रंजन बैठा, पंकज राय, प्रमोद तिवारी, शंकर यादव, दयाल कुमार सहित, सैकड़ों परीक्षार्थी मौजूद थे.
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