सारण MLC द्वारा शिक्षकों को कटघरे में खड़ा करने पर नाराज़गी, संघ ने कहा- यह लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रहार
आफाक अहमद के आरोपों पर संघ का जवाब

छपरा। सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा विधान परिषद सदस्य आफाक अहमद द्वारा जिले के कई शिक्षकों, प्रभारी प्रधानाध्यापकों तथा प्रधानाध्यापकों को आगामी चुनाव के लिए अयोग्य मतदाता बताए जाने संबंधी आवेदन पर शिक्षकों में गहरी नाराज़गी उभर आई है। माध्यमिक शिक्षक संघ, छपरा ने संघ भवन में बैठक कर इस पूरे प्रकरण को बेबुनियाद, तथ्यहीन और शिक्षकों का अपमान करार दिया है।
संघ के प्रमंडलीय अध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि माननीय सदस्य को अपने ही निर्वाचन क्षेत्र के BSTA सदस्यों और वर्षों से सेवा दे रहे शिक्षकों की पहचान तक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह आरोप राजनीतिक नहीं है, बल्कि यह बताने की आवश्यकता है कि जिन मतदाताओं के भरोसे कोई प्रतिनिधि विधान परिषद तक पहुँचता है, उनसे दूरी बनाकर रखना और उनके बारे में गलत जानकारी देना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
शिक्षक नेताओं का कहना है कि ऐसी स्थिति तब और अधिक पीड़ादायक हो जाती है जब शिक्षकों को सहयोग देने की अपेक्षा रखने वाले प्रतिनिधि ही उनके अधिकारों पर प्रश्नचिह्न लगाने लगें। उन्होंने कहा कि आफाक अहमद द्वारा दिया गया आवेदन न केवल भ्रामक है, बल्कि इससे प्रशासन का समय भी व्यर्थ हुआ है।
संघ ने अपने सभी सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि “आप विचलित न हों। आपका अधिकार सुरक्षित है और रहेगा। माध्यमिक शिक्षक संघ हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ा है, क्योंकि सच कभी दब नहीं सकता।”
संघ ने प्रमंडलीय आयुक्त–सह–निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी से अपील की है कि ऐसे निराधार और भटकाने वाले आवेदनों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी प्रतिनिधि इस तरह के आरोप लगाकर प्रशासनिक प्रक्रिया को भ्रमित करने की हिम्मत न कर सके।



