Flood In Saran: सारण में नदियों के जलस्तर में वृद्धि, शहर में घूसा पानी, बोट एंबुलेंस तक की व्यवस्था
26 नावों का परिचालन जारी, जरूरत पर नाव

छपरा। गंगा बेसिन में लगातार बढ़ रहे जलस्तर को लेकर सारण जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। जिलाधिकारी अमन समीर ने सभी अंचलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष समीक्षा बैठक की। बैठक में जलस्तर से प्रभावित और संभावित पंचायतों में आपदा प्रबंधन के तहत हर जरूरी इंतजाम तत्काल करने का निर्देश दिया गया।
26 नावों का परिचालन, जरूरत पर और भी नावों की व्यवस्था
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी प्रभावित पंचायतों में आवश्यकता पड़ने पर तत्काल नाव की व्यवस्था की जाए। फिलहाल जिले में 26 नावों का संचालन विभिन्न पंचायतों में किया जा रहा है। जरूरत के मुताबिक नावों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
बोट एंबुलेंस की होगी तैनाती, मेडिकल टीम तैयार
प्रभावित क्षेत्रों में आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार से बोट एंबुलेंस चालू करने का निर्देश भी दिया गया है। इसके लिए डॉक्टरों व पारा मेडिकल कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सिविल सर्जन द्वारा रोस्टर के माध्यम से की जाएगी।
ड्राई फूड पैकेट, पशुचारा और पॉलिथीन शीट की आपूर्ति
डीएम ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र के पंचायतों/वार्डों में ड्राई फूड की मांग का आकलन करें और तत्काल अधियाचना भेजें। साथ ही, पशुचारा, पॉलिथीन शीट इत्यादि की आपूर्ति भी आवश्यकता अनुसार की जाएगी।
कम्युनिटी किचन और राहत कैंप खोलने के निर्देश
बैठक में यह भी तय हुआ कि अगर हालात और बिगड़ते हैं तो जरूरत के अनुसार कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की जाए। इससे प्रभावित परिवारों को नियमित रूप से भोजन उपलब्ध कराया जा सकेगा।
वरिष्ठ पदाधिकारी करेंगे जमीनी निगरानी
जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी छपरा सदर और सोनपुर के साथ-साथ भूमि सुधार उपसमाहर्ता सोनपुर को प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर तत्काल सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया। राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी के लिए सभी प्रखंडों में वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।
बैठक में रहे मौजूद
इस बैठक में अपर समाहर्ता, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता, सभी अंचलाधिकारी और अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है।