क़ृषि

Black Rice Cultivate: 500 रुपये किलो बिकने वाले काले चावल की खेती से होगी बंपर कमाई

काले धान की खेती

Black Rice Cultivate – आज इस आर्टिकल में हम आपको काले धान की खेती और इससे होने वाले मुनाफे के बारे में बताएंगे। कृषि के क्षेत्र में बहुत से लोग इसे काला सोना भी कहते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर इस चावल में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो और किसी भी चावल में नहीं मिलते। भारतीय किसानों को अगर कृषि से मुनाफा कमाना है तो काले चावल की खेती करनी होगी। आइये जानते है कैसे होती है काले धान की खेती?

काले धान की खेती

काले चावल की खेती भी बिल्कुल वैसी ही होती है जैसे की नॉर्मल धान की होती है। मई के महीने में इसकी नर्सरी लगाई जाती है और जून में इसकी रोपाई शुरू हो जाती है। वहीं करीब 5 से 6 महीने में इसकी फसल तैयार हो जाती है।

advertisement

काले चावल की डिमांड

इस चावल की डिमांड खासतौर से इंडोनेशिया और अन्य एशियाई देशों में है। हालांकि, भारत में भी धीरे-धीरे लोग इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं। बता दे, बाजार में काले चावल की डिमांड इसलिए ज्यादा रहती है क्योंकि इसमें विटामिन बी, विटामीन ई, कैल्शियम, आयरन, मैग्नेशियम, जिंक और कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

advertisement

काले चावल की कीमत (Black Rice Cultivate)

बाजार में कीमत की बात करें तो काले धान से निकलने वाले काले चावल 400 से 500 रुपये किलो बड़े आराम से बिक जाती है। वहीं अगर आप सामान्य चावल मंडी में बेचने जाएंगे तो आपको मुश्किल से 30 से 40 रुपये किलो का भाव मिलेगा।

भारत में काले चावल की खेती

भारत में इस वक्त मुख्य रूप से इसकी खेती मणिपुर और असम में ही होती है। हालांकि, मणिपुर, असम, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और अन्य कई राज्यों में भी इसकी खेती हो रही है। वही, छत्तीसगढ़ में तो बकायदा किसान इसके लिए ट्रेनिंग ले रहे हैं और बाजार की मांग के हिसाब से खेती कर रहे हैं।

Related Articles

Back to top button