Saran News: सारण में बाढ़ राहत की फुल प्रूफ प्लानिंग, 213 आश्रय स्थल, 257 नाव, 200 मेडिकल टीम तैयार
बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक

छपरा। संभावित बाढ़ से निपटने के लिए मंगलवार को सारण जिला समाहरणालय स्थित सभागार में विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के मंत्री एवं सारण जिला के प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी अमन समीर ने प्रभारी मंत्री को जिले में बाढ़ पूर्व की जा रही तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आपदा की स्थिति में आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति के लिए दर निर्धारण एवं आपूर्तिकर्ता का चयन निविदा के माध्यम से किया गया है, जिससे आपूर्ति कार्य त्वरित गति से सुनिश्चित किया जा सके।
महत्वपूर्ण तैयारियां इस प्रकार हैं:
- नाव व्यवस्था: अब तक 257 निजी नाव मालिकों से अनुबंध किया गया है।
- आश्रय स्थल: 213 आश्रय स्थलों और 192 सामुदायिक रसोई स्थलों की पहचान की गई है।
- स्वास्थ्य सेवाएं: 159 स्टैटिक और 41 मोबाइल टीमों सहित कुल 200 चिकित्सा दल तैयार किए गए हैं।
- पशु देखभाल: 16 बाढ़ प्रभावित अंचलों में 32 पशु आश्रय स्थल चिन्हित, पशुचारा आपूर्ति के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी।
- पेयजल सुविधा: इस वर्ष 655 चापाकलों की मरम्मती कर उन्हें चालू किया गया है।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर: वेंट, कल्वर्ट एवं सड़कों की मरम्मती कार्य एक सप्ताह के अंदर पूरा करने का निर्देश।
- आपदा नियंत्रण: जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 24×7 कार्यरत रहेगा। दूरभाष संख्या – 06152-45023।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष 2024 में आई बाढ़ से प्रभावित 22,259 परिवारों को कुल 15.58 करोड़ रुपये की अनुग्रह अनुदान राशि दी गई थी। इस वर्ष भी आकस्मिक फसल योजना, पशुचिकित्सा सुविधा और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है।
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प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपदा की किसी भी स्थिति में मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार त्वरित और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी तैयारियों की लगातार मॉनिटरिंग और जनसहभागिता पर जोर दिया।
बैठक में जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, जिला परिषद अध्यक्ष, नगर निगम मेयर, अपर समाहर्त्ता, नगर आयुक्त, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।