
छपरा: बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने हाल ही में इंटर परीक्षा का परिणाम घोषित किया, और इस बार जिले की एक बेटी ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से इतिहास रच दिया। छपरा के कोपा बाजार निवासी सुनील साह की बेटी आरती कुमारी ने आर्ट्स संकाय में बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। गांधी स्मारक प्लटू कोपा की छात्रा आरती की इस शानदार उपलब्धि पर उसके परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है।
आरती कुमारी के परिवार के अनुसार, वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत तेज़ थी। उसने अपनी मैट्रिक परीक्षा भी अच्छे अंकों से पास की थी और अब इंटर में भी शानदार प्रदर्शन कर पूरे बिहार में तीसरा स्थान हासिल किया है। आरती की इस सफलता से उसके परिवार में खुशियों का माहौल है और वे अपनी बेटी पर गर्व महसूस कर रहे हैं।




आरती का कहना है कि उसका परिवार, विशेष रूप से उसके माता-पिता, हमेशा उसके साथ खड़े रहे और पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी, भले ही उनका पारिवारिक बैकग्राउंड साधारण था। आरती के माता-पिता सब्जी बेचने का काम करते हैं, लेकिन कभी भी उनके पास अपनी बेटी की पढ़ाई को लेकर कोई कमी नहीं आई। वे कहते हैं, “हमने कभी भी आरती के पढ़ाई में कोई कमी नहीं होने दी, चाहे त्योहार हो या कोई और मुश्किल समय, हम उसे समय-समय पर पढ़ाई के लिए प्रेरित करते रहे।”
एक लक्ष्य के प्रति समर्पित रहती थी
आरती ने अपनी सफलता के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि वह हमेशा एक लक्ष्य के प्रति समर्पित रहती थी और अपनी पढ़ाई को प्राथमिकता देती थी। इंटर परीक्षा की तैयारी के दौरान उसने ऑनलाइन क्लासेज भी लीं और साथ ही स्कूल के शिक्षकों से भी मदद ली। डाउट्स को समझने के लिए वह दोस्तों को भी समझाती थी, जो उसे अपनी समस्याओं को हल करने में मदद करता था।
आईएएस बनने का सपना
आरती का कहना है कि अब उनका लक्ष्य सिविल सेवा परीक्षा (IAS) को पास करना है। वह इसे लेकर बहुत उत्साहित हैं और पूरी मेहनत और फोकस के साथ अपनी तैयारी को और भी धारदार बनाने का प्रयास करेंगी। उनका सपना है कि वह आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करें और समाज में बदलाव लाने में अपना योगदान दें। आरती ने बताया कि वह अपनी सफलता से बहुत खुश हैं और लोग उन्हें बधाई देने के लिए घर आ रहे हैं। उनका मानना है कि यदि परिवार और टीचर का सहयोग मिले, तो कोई भी मुश्किल असंभव नहीं होती।
आरती कुमारी का यह अद्वितीय प्रयास न केवल उसकी मेहनत और समर्पण का प्रतीक है, बल्कि यह उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा है जो साधारण परिस्थितियों में भी असाधारण परिणाम प्राप्त करने का सपना देखते हैं। आरती ने यह साबित कर दिया है कि यदि दिल में इच्छा हो और मेहनत करने का जज़्बा हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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