छपरास्वास्थ्य

छपरा के JPM कॉलेज में विश्व हाइपरटेंशन दिवस पर व्याख्यान का आयोजन, सोशल मीडिया बन सकता हैं उच्च रक्तचाप का कारण

छपरा। जयप्रकाश महिला महाविद्यालय मे विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर मनोविज्ञान विभाग के द्वारा एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशेषज्ञ के रूप में डॉ आशुतोष तिवारी, न्यूरोलॉजिस्ट ऐम्स ऋषिकेश, से वीडियो कॉंफ़्रेंसिंग के द्वारा जुड़े। उन्होंने बताया कि उच्च रक्त चाप के मरीज कुछ प्रमुख बातों का ध्यान रखकर एवं नियमित रक्तचाप को मॉनिटर करके एक अच्छी ज़िंदगी व्यतीत कर सकते हैं। अनियंत्रित रक्त चाप स्ट्रोक ( मस्तिष्क आघात या ब्रेन हैमरेज) का कारण बन सकता है ।

आपकी अनिद्रा , घबराहट व हमेशा रहने वाले सिर दर्द या कमजोरी होने के अनुभव का कारण भी उच्च रक्त चाप हो सकता है। उच्च रक्तचाप ज़्यादातर ज्यादा उम्र के लोगों को होने वाली बीमारी है। उच्च रक्त चाप की समस्या किसी कारण से है जैसे स्लीप एप्निया ( सोते समय खर्राटे एवं साँस रुक रुक कर आने की समस्या ) तो उस समस्या का निदान करके उच्च रक्तचाप की समस्या को कम दवायियों से कंट्रोल या ख़त्म भी किया जा सकता है । अन्य कारणो में उच्च रक्तचाप के साथ साथ कारण के इलाज की भी आवश्यकता होती है। मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्षा डॉ. आकांक्षा द्विवेदी ने छात्राओं को बताया कि धमनियों की अन्य बीमारियों के कारण उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है । शरीर का ज्यादा वजन, अनिद्रा, फास्ट फूड, नगण्य या शारीरिक श्रम की कमी, अस्त व्यस्त दिनचर्या, स्ट्रेस आदि कारण उभरते हुए कारणो की सूची में सबसे ऊपर आते हैं।

मोबाइल व सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताने से अनिद्रा, तनाव व शारीरिक श्रम वाले खेलों व कार्यों से दूरी अप्रत्यक्ष तरीके से उच्च रक्तचाप का कारण बन रहा है । डॉ कुमारी नीतू सिंह ने भी छात्राओं को पी. पी. टी. द्वारा बताया कि विश्व उच्च रक्तचाप दिवस 2023 का थीम , ” अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें ” उच्च रक्तचाप की कम जागरूकता दरों से निपटने के प्रयासों पर केंद्रित है । उन्होंने बताया कि अत्यधिक नमक, कॉफी,स्मोकिंग, अल्कोहल के सेवन से उच्च रक्तचाप बढ़ता है ।

रेगुलर एक्सरसाइज़ ज़रूरी है, शारीरिक तौर पर सक्रिय न होने से भी आप हाइपरटेंशन के शिकार हो सकते हैं। 30 मिनट की नियमित योग एवं व्यायाम आपके शरीर में रक्त प्रवाह को बनाए रखने में मदद करती है। एक्सरसाइज़ के अलावा ब्रिस्क वॉकिंग, स्विमिंग, साइकलिंग और एरोबिक्स भी कर सकते हैं।अंत में डॉ अमरेंद्र कुमार ने धन्यवाद् ज्ञापन करते हुए छात्राओं को उच्च रक्तचाप के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि दैनिक जीवन में भागदौड़ के कारण व्यक्ति अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाता है, इस विषय पर गंभीरता से विचार करते हुए हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए। इस मौके पर डॉ. विनीता सिंह अंग्रेजी विभाग, और स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की ललिता,दीप्ति शिखा आदि मौजूद थे।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

Related Articles

Back to top button