छपरा

फ़ाइलेरिया राज्य सलाहकार ने रात्रि रक्त पट्ट संग्रहण गतिविधि किया निरीक्षण

• जिले में नाईट ब्लड सर्वें अभियान सम्पन्न

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•सभी प्रखंडो में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल

छपरा। सारण जिले में एमडीए कार्यक्रम के पूर्व किये जाने वाले रात्रि रक्त पट्ट संग्रहण गतिविधि का राज्य स्तरीय पर्यवेक्षण व निरीक्षण किया गया । राज्य सलाहकार फाईलेरिया डॉ अनुज सिंह रावत ने सारण जिले के दरियापुर प्रखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रही नाईट ब्लड सर्वें गतिविधि का औचक निरीक्षण किया । जिला वी.बी.डी. सलाहकार सुधीर कुमार से विस्तृत चर्चा किया और कार्यक्रम की सफलता प्रशंसा की। सभी प्रखण्डों में नाईट ब्लड सर्वें की गतिविधि को उत्सव के रूप में मनाया गया और इसमें जिला पदाधिकारी, सिविल सर्जन और डीएमओ डॉ दिलीप का शत प्रतिशत सहयोग से कार्यक्रम सफल हुआ। एकत्रित की गई स्लाइड्स को अब जाँच हेतु संबंधित स्वास्थ्य सुविधा में जांच हेतु लाया गया है जहां पर जांच कर प्रतिवेदन का कार्य किया जा रहा है ।राज्य सलाहकार ने जरूरी निर्देश दिए है प्रतिवेदन को 7 नवंबर के पूर्व राज्य को भेजने का आग्रह किया ।

सभी प्रखंडो में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल

नाईट ब्लड सर्वें के प्रत्येक प्रखंड दो दो गावों का चयन किया गया था। प्रत्येक गांव में 300 लोगों का सैंपल लेने का लक्ष्य निर्धारित था। सभी स्वास्थ्य कर्मियों और सहयोगी संस्थाओ के सहयोग से शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। डीएमओ डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि प्रत्येक प्रखंड के दो गांव से रक्त के नमूने लिए गए। इसमें एक क्षेत्र वह था जिसमें पूर्व में फाइलेरिया रोगी मिले हों। इसमें 20 साल से अधिक आयु की महिलाओं एव पुरुषों का सैंपल लिया गया। सैंपल लेकर रक्त पट्टिका बनाई गई। इसका उद्देश्य फालेरिया रोगी मिलने पर उसका तत्काल इलाज मुहैया कराकर जिले को इस रोग से मुक्त बनाना है। फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है जिसे सामान्यतः हाथीपाँव के नाम से भी जाना जाता है।

फाइलेरिया के परजीवी रात में ही होते हैं सक्रियः

नाइट ब्लड सर्वे के तहत फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां रात में लोगों के रक्त के नमूने लिये जाते हैं। इसे प्रयोगशाला भेजा जाता है और रक्त में फाइलेरिया के परजीवी की मौजूदगी का पता लगाया जाता है। फाइलेरिया का परजीवी रात में ही सक्रिय होते हैं, इसलिए नाइट ब्लड सर्वे से सही रिपोर्ट पता चल पाता । इससे फाइलेरिया के संभावित मरीज का समुचित इलाज किया जाता है।

पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क के सदस्यों ने किया सहयोग:

डीएमओ डॉ दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिले में चलाए गए नाइट ब्लड सर्वे अभियान में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के द्वारा बनाए गए फाइलेरिया पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क के सदस्यों के द्वारा सराहनीय सहयोग किया गया। इससे विभाग को काफी सहायता मिली है गांव स्तर पर पेशेंट सपोर्ट नेटवर्क के माध्यम से फैलेरिया को लेकर काफी जागरूकता भी आई है।सोनपुर कसमर नवादा गांव में श्याम बाबू महतो राम बाबू सिंह दुर्गेशनंदिनी समूह से 32 लोगो का एनबीएस जाँच कराया। मोहन महतो खरिका ग्रुप द्वारा 22 लोगों का एनबीएस कराया गया। कसमार राम जानकी ग्रुप के भोला राय तथा पुष्पा देवी द्वारा 39 लोगो का जांच कराया गया।मांझी के मझनपुरा गांव में अभिषेक कुमार द्वारा 27 लोगो का जांच कराया गया। पंकज कुमार द्वारा थाना बाजार से 14 लोगो का जांच कराया गया।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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