छपरा। सोमवार को रिविलगंज प्रखण्ड के सरस्वती विधा मंदिर विद्यालय ने अपने छात्रों को लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मभूमि जयप्रकाश नगर का भ्रमण कराया गया। इस दौरान शिक्षकों द्वारा सभी बच्चों को जेपी बाबू के ऐतिहासिक जीवन के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। भारत रत्न जेपी बाबू के जीवन से प्रभावित सभी छात्र छात्राओं ने भी उनके पदचिन्हों पर चलने के लिए संकल्प लिया।
विद्यालय के संचालक सुशील कुमार पुरी ने छात्रों को जयप्रकाश बाबू के बारे में प्रख्यात कवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्ति कहते हैं उसको “जयप्रकाश”, जो नहीं मरण से डरता है,
ज्वाला को बुझते देख, कुण्ड में, स्वयं कूद जो पड़ता है।
है “जयप्रकाश” वह जो न कभी, सीमित रह सकता घेरे में,
अपनी मशाल जो जला, बाँटता फिरता ज्योति अँधेरे में। के माध्यम से उनकी जीवन की विराटता से परिचित कराया और इससे प्रेरणा लेने की भी बात कही। शैक्षणिक भ्रमण के इस कार्यक्रम से सभी बच्चों में हर्ष का माहौल रहा।
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