दुनिया भर में कई देश जनसंख्या अनुपात की समस्या से जूझ रहे हैं, वहीं एक देश में महिलाओं की संख्या सबसे कम है। यानी इस देश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की बहुत कम संख्या है। इस देश का असली नाम कतर है। हालाँकि कतर सबसे सुरक्षित देशों में भी है।
तीन पुरुषों पर एक महिला
कतर में जनसंख्या अनुपात में बेहद अंतर नजर आता है. यहां तीन पुरुषों पर एक महिला है. कतर की कुल आबादी 25 लाख है. लेकिन वहां महिलाएं 7 लाख से भी कम हैं. जिसकी वजह वहां प्रवासियों की संख्या ज्यादा होना है. दरअसल बड़ी संख्या में पुरुष माइग्रेंट वर्कर्स कतर में काम करनेे जाते हैं. 2003 के बाद से भारत और नेपाल से कतर जाने वाले प्रवासियों की संख्या तेजी से बड़ी है. सीआईए की वर्ल्ड फैक्टबुक की रिपोर्ट के अनुसार यहां मुस्लिम और ईसाई के बाद हिंदूओं की तीसरी सबसे बड़ी आबादी है.
दुनिया का दूसरा सबसे सुरक्षित देश
हालांकि फिर भी कतर दुनिया का दूसरा सबसे सुरक्षित देश है. यहां क्राइम रेट 14 हैै जो काफी अच्छा माना जाता है. वहीं इस देश के बारे में बात करें तो यहां शराब बैन है. यदि फिर भी कोई शराब पीता हुआ पाया जाता है तो उसे कोड़े से पीटने की सजा दी जाती है. वहीं इस देश में बीफ भी खान-पान का हिस्सा है. जब खाड़ी देशों ने कतर के साथ हवाई और दूसरे परिवहन संपर्क बंद किए थे तो ईरान ने उसकी मदद की थी. उसने हर दिन 1100 टन भोजन भेजा था, जिसमें लगभग 66 टन बीफ भी शामिल था.
एक समय गरीब माना जाता था कतर
1850 में वजूद में आया कतर एक समय तुर्की और फिर ब्रिटेन का गुलाम था. इस देश में गरीबी चरम पर थी. हालांकि 1950 में इस देश में तेल और गैस के भंडार मिले, जिसके बाद मानो यहां के लोगों की किस्मत ही बदल गई. अब कतर दुनिया के सबसे अमीर देशों की लिस्ट में शामिल है. इस देश को 1971 में गुलामी से आजादी मिली थी. यहां हर तीसरा व्यक्ति अमीर है.