बिहार डेस्क। CBI का आई-कार्ड लेकर युवक ट्रेन में टिकट चेक कर रहा था। टिकट नहीं दिखाने वाले यात्रियों से मनमाने तरीके से पैसा वसूल कर रहा था। एक यात्री को धौंस दिखाते हुए कहा जनहित एक्सप्रेस का TTE हूं। जबकि ट्रेन कोसी एक्सप्रेस था। इससे यात्रियों को शक हुआ और उसे पकड़ लिया। इसके बाद बेगूसराय जीआरपी को सौंप दिया।
जीआरपी ने युवक से पूछताछ करने के साथ उसके पर्स की तलाशी की। उसके पर्स से CBI का फर्जी आई कार्ड मिला। पूछताछ में युवक ने बताया कि फर्जी TTE बनकर टिकट चेक करते है। मुंबई रूट पर पिछले 2 माह से अवैध कमाई कर रहे थे। चोरी पकड़ी करने के बाद फर्जी TTE गुहार लगाते हुए कहा कि प्लीज माफ कर दीजिए, अब गलत काम नहीं करूंगा।
फर्जी TTE की पहचान नालंदा जिला के थाना छबिलापुर के मंजेठा निवासी चंद्रदेव पासवान के बेटे विक्रम कुमार (25) के रूप में की है। ट्रेन संख्या 18698 कोसी एक्सप्रेस में जनरल डिब्बे में टिकट चेकिंग कर रहा था। TTE की हरकत देख यात्रियों ने पूछताछ करने लगे। यात्रियों ने उनसे पूछा आप किस ट्रेन के TTE हैं तो उन्होंने कहा कि जनहित एक्सप्रेस ट्रेन का नाम बताया। फिर बेगूसराय में तीन-चार यात्रियों ने फर्जी TTE को उतार कर जीआरपी के हवाले कर दिया।
कोसी एक्सप्रेस के दो नंबर प्लेटफॉरम पर पहुंचने के साथ ही फर्जी TTE यात्रियों से छोड़ देने की गुहार लगाता रहा, लेकिन यात्रियों ने जीआरपी को सौंप दिया। जीआरपी ने उसके पास से टिकट बनाने वाले रसीद का बंडल, मोबाइल, कॉलेज का आई कार्ड, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का एक फर्जी आई कार्ड बरामद किया है।
बेगूसराय जीआरपी थानाध्यक्ष अखिलेश्वर शर्मा ने बताया कि फर्जी TTE को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि आरोपी पिछले दो महीने से फर्जी तरीके से टिकट चेक कर रहा था। उसके पास से सीबीआई का फर्जी आई कार्ड भी मिला है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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