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Goat farming: बकरी पालन से किसानों की चमक जाएगी किस्मत, इस नस्ल की बकरी को पाल लिया तो होगी पैसों की बारिश

जमुनापारी नस्ल मुख्य रूप से दूध के लिए पाली जाती है

Goat farming: बकरी पालन से किसानों की चमक जाएगी किस्मत, इस नस्ल की बकरी को पाल लिया तो होगी पैसों की बारिश। किसानों के लिए बकरी पालन एक लाभकारी और स्थिर आय का स्रोत बन सकता है, यदि सही नस्ल का चयन किया जाए।  बकरी पालन से जुड़ी सही जानकारी और मार्गदर्शन के अनुसार, किसान कुछ खास नस्लों को पाल कर तगड़ा मुनाफा कमा सकते है जो मांस और दूध दोनों उत्पादन के लिए उपयोगी हैं। आइए जानते हैं, किसान किस प्रकार बकरी पालन के जरिए अपनी आय बढ़ा सकते हैं।

ब्लैक बंगाल बकरी (Black Bengal goat)

ब्लैक बंगाल बकरी नस्ल की बकरी को मांस उत्पादन के लिए बहुत ही उम्दा माना जाता है। इसका शरीर कम खर्च में अच्छा विकसित हो जाता है और इसे पालन करने पर अच्छी मांस प्राप्ति होती है। बिहार में इस नस्ल के पालन से आर्थिक दृष्टिकोण से काफी लाभ हो सकता है, क्योंकि बिहार के मटन की डिमांड पूरी दुनिया में है। Goat Farming

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बरबरी बकरी (Barbari goat)

बरबरी नस्ल की बकरी का पालन उत्तर प्रदेश के कई जिलों में किया जाता है और इसे मांस के दृष्टिकोण से पाला जाता है। बिहार के किसान भी इस नस्ल का पालन करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। अगर बिहार के किसान इस नस्ल का पालन करें, तो वे मांस उत्पादन से बेहतरीन आय प्राप्त कर सकते हैं।

Goat farming: बकरी पालन से किसानों की चमक जाएगी किस्मत, इस नस्ल की बकरी को पाल लिया तो होगी पैसों की बारिश

जमुनापारी बकरी (Jamnapari goat)

जमुनापारी नस्ल मुख्य रूप से दूध के लिए पाली जाती है, लेकिन मांस के लिए भी यह उपयुक्त है। एक जमुनापारी बकरी दिन में 2 से 2.5 लीटर दूध देती है। बिहार के किसान इस नस्ल का पालन करके अच्छी मात्रा में दूध प्राप्त कर सकते हैं। यह एक बेहतरीन दूध उत्पादन नस्ल है।

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सिरोही बकरी (Sirohi goat)

सिरोही नस्ल का पालन राजस्थान में होता है, लेकिन बिहार में भी इसका पालन किया जा सकता है। यह नस्ल दूध और मांस दोनों के लिए उपयुक्त है। बिहार में इस नस्ल का पालन कर किसान अतिरिक्त आय कमा सकते हैं, विशेष रूप से छोटे स्तर पर पालन करने वाले किसानों के लिए यह उपयुक्त है। Goat Farming

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Goat Farming से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

  • बकरियों की देखभाल और पालन काफी सरल होता है, खासकर अगर उपयुक्त नस्ल का चयन किया जाए।
  • बकरी पालन में अन्य पशुपालन की तुलना में कम खर्च आता है, जिससे किसानों के लिए यह एक लाभकारी व्यवसाय हो सकता है।
  • बकरी पालन में समय और श्रम की कम आवश्यकता होती है, जो छोटे किसानों के लिए आदर्श है।
  • मार्केट में मटन की भारी मांग है, जिससे बकरी पालन से किसानों को अच्छा लाभ हो सकता है।

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