
छपरा। सारण जिले में डायल-112 पर तैनात एक एएसआई, एक सैप चालक और एक होमगार्ड के खिलाफ अवैध वसूली का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों ने वाहन चेकिंग के नाम पर राहगीरों को गांजा रखने का झूठा आरोप लगाकर डराया और पैसे की मांग की। शिकायत मिलने पर मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई गई और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
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क्या है पूरा मामला:
घटना 12 जून की रात करीब 8:30 बजे की है। पीड़ित पंकज कुमार, पिता- राकेश कुमार राय, निवासी दरिहारा भुआल, थाना-दरियापुर अपने स्टाफ रूपेश कुमार के साथ दरियापुर से हाजीपुर जा रहे थे। इसी दौरान नयागांव थाना क्षेत्र के बहेरवा गाछी निचली रोड पर डायल-112 की टीम ने उनके वाहन को रोका और वाहन चेकिंग की। चेकिंग के दौरान टीम ने उन पर गांजा रखने का आरोप लगाया और कहा कि यदि 10 हजार रुपये नहीं दिए तो जेल भेज दिया जाएगा।
पंकज कुमार के अनुसार, जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया तो पुलिस टीम ने उनके स्टाफ को गाड़ी में बैठा लिया और छोड़ने के एवज में 5 हजार रुपये की मांग की। मजबूरी में उन्होंने 3 हजार रुपये दिए, तब जाकर उन्हें छोड़ा गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने लिया संज्ञान, जांच में खुली पोल
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने तत्काल जांच के निर्देश दिए। अपर पुलिस अधीक्षक, सोनपुर प्रीतीश कुमार ने मामले की गहन जांच की। जांच में आरोप सही पाए गए और तत्काल प्राथमिकी दर्ज करते हुए नयागांव थाना कांड संख्या-100/25 के तहत तीन पुलिसकर्मियों को नामजद किया गया। तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) शशि भूषण कुमार
- सैप चालक जय प्रकाश राय
- होमगार्ड (भा.सं. 3220) वीर बहादुर सिंह
सारण पुलिस ने आमजन से अपील की है कि यदि किसी को भी पुलिस द्वारा अवैध वसूली या डराकर पैसे वसूलने की जानकारी हो, तो वे निःसंकोच पुलिस को सूचित करें। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि ऐसी किसी भी शिकायत पर त्वरित और सख्त कार्रवाई की जाएगी।