Mukhyamantri Udyami Yojana: स्वरोजगार से आत्मनिर्भरता की ओर बिहार, 43 हजार से अधिक उद्यमियों को मिला सहारा
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत अबतक कुल 43870 लाभुकों को 3125.52 करोड़ रुपये की राशि वितरित

पटना। राज्य सरकार की ओर से युवाओं, महिलाओं एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वरोजगार और उद्यमिता से जोड़ने के उद्देश्य से उद्योग विभाग के अंतर्गत कई योजनाएं चलायी जा रही हैं। वर्ष 2018 से लागू “मुख्यमंत्री उद्यमी योजना” के तहत अब तक 43,870 लाभुकों को 3,125.52 करोड़ रुपये की परियोजना राशि वितरित की जा चुकी है। इस योजना में नए उद्योग लगाने के लिए पात्र लाभुकों को 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिसमें आधी राशि (50 प्रतिशत 5 लाख तक) ऋण एवं आधी (50 प्रतिशत 5 लाख तक) अनुदान के रूप में उपलब्ध कराई जाती है। विशेष रूप से युवा उद्यमी योजना के अंतर्गत प्रदत्त ऋण पर मात्र 1 प्रतिशत ब्याज देना होता है।
अभी हाल ही में उद्योग विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत चयनित कुल 1,333 लाभुकों (अनुसूचित जाति/जनजाति–281, अति पिछड़ा वर्ग–257, युवा–272, महिला–286 तथा अल्पसंख्यक–237) को द्वितीय किस्त के रूप में 62.10 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई।
दूसरी ओर, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सशक्त बनाने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में शुरू की गई “बिहार लघु उद्यमी योजना” के अंतर्गत अब तक 71,740 लाभुकों को 570 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है। इस योजना में स्वरोजगार के लिए अधिकतम 2 लाख रुपये की सहायता किस्तवार अनुदान देने की घोषणा की गयी है।