छपरा में पहली बार लगा पेंशन अदालत, 45 मामलों की हुई सुनवाई

छपरा। सारण जिले से संबंधित पेंशन भोगियों के पेंशन लाभ के तत्काल निपटारे और शिकायतों के समाधान के लिए समाहरणालय सभागार में पेंशन अदालत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करके की गई। यह आयोजन एजी ऑफिस की पहल पर जिला प्रशासन के सहयोग से पहली बार किया गया। महालेखाकार कार्यालय से उप महालेखाकार (पेंशन) संजय कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि सेवानिवृत्त होने के साथ ही लोगों का पेंशन तुरंत चालू हो जाना चाहिए, ताकि उनका जीवन सरल बन सके।
हालांकि, कुछ स्तरों पर अनावश्यक विलंब के कारण पेंशन में देरी होती है। यदि सभी आवश्यक प्रपत्र और दस्तावेज समय पर महालेखाकार कार्यालय में भेज दिए जाएं, तो पेंशन प्राधिकार समय पर निर्गत किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि महालेखाकार कार्यालय द्वारा एक माह के भीतर पेंशन प्राधिकार निर्गत करने का प्रयास किया जा रहा है।
समाधान के लिए समय पर सही कार्रवाई की जाए
संजय कुमार सिन्हा ने यह भी कहा कि पेंशन से संबंधित किसी भी समस्या में संबंधित पेंशनर, संबंधित विभाग (डीडीओ), महालेखाकार कार्यालय, कोषागार और बैंक ही मुख्य पक्ष होते हैं। इसलिये यह आवश्यक है कि समस्या का कारण समझा जाए और उसके समाधान के लिए समय पर सही कार्रवाई की जाए।
पेंशन अदालत में बड़ी संख्या में पेंशनर्स शामिल हुए। कुल 45 पेंशनर्स ने पेंशन से संबंधित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन किया। इन मामलों में से 28 मामले एजी ऑफिस से संबंधित, 12 मामले विभिन्न विभागों (डीडीओ) से और 5 मामले बैंकों से संबंधित थे। संबंधित विभाग और बैंक के पदाधिकारियों को समस्याओं के समाधान के लिए कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर बंदोबस्त पदाधिकारी संजय कुमार, एजी ऑफिस के वरीय लेखा पदाधिकारी अरविंद प्रसाद सिंह, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी, निकासी और व्ययन पदाधिकारी, बैंकों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में पेंशनर्स उपस्थित थे।