Rialway News: छपरा ग्रामीण-भटनी रेलखंड पर ₹153 करोड़ की लागत से 114KM लंबा सिग्नलिंग और ट्रैक्शन सिस्टम का होगा उन्नयन
सुगम और सुरक्षित रेल संचालन की दिशा में बड़ा कदम

छपरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित भारत, विकसित बिहार’ के विजन को धरातल पर उतारते हुए भटनी-छपरा ग्रामीण रेल लाइन पर स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली की परियोजना का शिलान्यास किया है। इस महत्वाकांक्षी योजना से सारण और सिवान जिलों में रेल परिचालन अधिक सुरक्षित, कुशल और तेज हो सकेगा।
इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹153 करोड़ है और यह 114 किलोमीटर लंबे रेल खंड को कवर करेगी। यह रेल खंड उत्तर प्रदेश के देवरिया से शुरू होकर बिहार के सिवान और सारण जिलों तक फैला है।
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क्या है ऑटोमैटिक सिग्नलिंग प्रणाली?
यह एक उन्नत तकनीक है जिसमें ट्रेनों की आवाजाही को सेंसर और इलेक्ट्रॉनिक संकेतों के माध्यम से नियंत्रित किया जाता है। इसमें ट्रेन के गति, दूरी और ट्रैक की स्थिति के अनुसार सिग्नल अपने आप बदलते हैं, जिससे मैन्युअल हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं रहती।
ट्रैक्शन सिस्टम का भी होगा उन्नयन
भटनी-छपरा खंड में ट्रैक्शन प्रणाली (Traction System) को भी अपग्रेड किया जा रहा है। इसके अंतर्गत:
- ऊर्जा दक्षता में सुधार किया जाएगा
- ट्रेनों की स्पीड और विश्वसनीयता बढ़ेगी
- कम बिजली की खपत में अधिक ट्रेनों का संचालन संभव होगा
- ब्रेकडाउन की संभावना में कमी आएगी
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इस परियोजना के प्रमुख लाभ:
- ट्रेनों का संचालन अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित होगा
- अत्याधुनिक सिग्नलिंग प्रणाली से समयबद्धता और ट्रैफिक नियंत्रण बेहतर होगा
- ट्रेनों की गति में वृद्धि और रफ्तार से सफर संभव होगा
- भविष्य में वंदे भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनों के संचालन की संभावनाएं बढ़ेंगी
- मालगाड़ियों की संख्या और गति में सुधार होने से व्यापारिक परिवहन को भी मिलेगा लाभ
क्षेत्रीय विकास और रोजगार के नए द्वार
यह परियोजना केवल तकनीकी सुधार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से स्थानीय स्तर पर रोजगार, व्यवसाय और आवागमन की नई संभावनाएं भी पैदा होंगी। इस रेलखंड के अपग्रेड से छपरा, सिवान और देवरिया के लाखों लोगों को सीधी सुविधा मिलेगी।
प्रधानमंत्री का विजन: आधुनिक रेलवे, आत्मनिर्भर भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह परियोजना रेलवे नेटवर्क के भविष्य के लिए तैयार भारत का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि “हमारा प्रयास है कि देश के हर कोने में ट्रेन सेवा न केवल सुलभ हो, बल्कि विश्वस्तरीय सुविधा के साथ संचालित हो।”