छपरा

सारण के प्रसिद्ध आमी मंदिर को किया जायेगा विकसित, 13.29 करोड़ रुपये की मिली स्वीकृति

छपरा। पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों के विकास हेतु केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2014-15 से “प्रसाद” पिलग्रीमेज रेजुविनेशन एंड स्पिरिचुअल ऑग्मेंटशन ड्राइव) योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस योजना के तहत सारण जिले के माँ अम्बिका भवानी मंदिर, आमी के विकास हेतु 13 करोड़ 29 लाख 34 हजार रुपये की स्वीकृति केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा दी गई है। इस योजना के तहत सम्पूर्ण मन्दिर परिसर, पास के नदी घाट, पार्किंग एवं पाथवे, घेराबंदी, पंहुंच पथ का चौड़ीकरण एवं पुनर्निर्माण, सोलर स्ट्रीट लाइट आदि का निर्माण/विकास किया जायेगा।

मंदिर परिसर में बनेगा दुकान

मंदिर परिसर के अंतर्गत दुकानों/कियोस्क के विकास पर 164.10 लाख रुपये, colonnade and high plinth पर 330.91 लाख रुपये तथा flooring पर 30.36 लाख रुपये व्यय की स्वीकृति दी गई है। नजदीकी नदी घाट के विकास के तहत घाट/डेक के विस्तार पर 454.83 लाख रुपये, पार्किंग एवं पाथवे पर 123.88 लाख रुपये तथा फेंसिंग पर 19.33 लाख रुपये व्यय किये जायेंगे। लगभग 1.5 किलोमीटर लंबाई के पहुँच पथ के चौड़ीकरण एवं पुनर्निर्माण पर 117.32 लाख रुपये तथा 42 संख्या में सोलर स्ट्रीट लाइट कार्य पर 25.30 लाख रुपये व्यय किये जायेंगे।

 

इस कार्य के क्रियान्वयन हेतु बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम को कार्यकारी एजेंसी के रूप में प्राधिकृत किया गया है। जिसके द्वारा निविदा के माध्यम से योजना का क्रियान्वयन किया जायेगा। निर्धारित राशि का 30 प्रतिशत प्रथम किश्त में, 30 प्रतिशत द्वितीय किश्त में 25 प्रतिशत तृतीय किश्त में , 10 प्रतिशत चौथे किश्त में तथा शेष 5 प्रतिशत समस्त निर्मित सुविधाओं के क्रियाशीलता के आधार पर अंतिम रूप से भुगतान किया जायेगा।

इस योजना के लिये जिला प्रशासन,सारण द्वारा सक्रिय रूप से पर्यटन विभाग, बिहार के साथ समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना तैयार की गई थी। डीएम अमन समीर ने भी स्थल भ्रमण कर चीजों को स्वयं देखा था।

 

जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग बिहार के समन्वय एवं सांसद द्वारा की गई विशेष पहल से इस योजना की स्वीकृति तेजी से मिली है। इस योजना के क्रियान्वयन से आमी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। उन्हें उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं मिलेंगी जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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