छपरा

SHO Suspended: सारण बालू लदे ट्रक ड्राइवरों से थाने के अंदर ‘भयादोहन’ का खेल! थानेदार और चौकीदार निलंबित

बालू लदी ट्रकों के ड्राइवर को छोड़ने का आरोप

छपरा। कानून-व्यवस्था को दुरुस्त रखने और पुलिस की साख को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए सारण पुलिस ने एक बार फिर सख्त कदम उठाते हुए अवैध वसूली और भयादोहन के गंभीर आरोपों में नगरा थानाध्यक्ष और एक चौकीदार को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसएसपी डॉ. कुमार आशीष के निर्देश पर की गई यह कार्रवाई बताती है कि जिले में पुलिसकर्मियों द्वारा गैरकानूनी गतिविधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति लागू है।

क्या था मामला?

सारण एसएसपी को शिकायत मिली थी कि नगरा थाना क्षेत्र में बालू से लदे तीन ट्रकों को जबरन रोका गया, और उनके ड्राइवरों को थाना सिरिस्ता में बंद कर भयादोहन करते हुए बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के छोड़ दिया गया। आरोप यह भी था कि पूरी कार्रवाई नियम-कानून को ताक पर रखकर अवैध लाभ उठाने के उद्देश्य से की गई।

जाँच में आरोप सही पाए गए

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर-1, सारण को इस पूरे मामले की जाँच सौंपी गई। विस्तृत जाँच के बाद पुष्टि हुई कि ट्रकों को रोकना गैरकानूनी था, ड्राइवरों को बिना प्रक्रिया थाना परिसर में बंद किया गया। डर दिखाकर छोड़ने का काम किया गया। किसी भी कार्रवाई का कोई विधिक दस्तावेज या प्रक्रिया पालन नहीं किया गया। जाँच उपरांत दोनों आरोप सत्य पाए गए।

थानाध्यक्ष का स्पष्टीकरण असंतोषजनक, तत्काल निलंबन

जाँच रिपोर्ट और स्पष्टीकरण के आधार पर नगरा थानाध्यक्ष पु.अ.नि. राहुल कुमार साह का पक्ष संतोषजनक नहीं पाया गया। इसके बाद उन्हें 19 नवंबर 2025 से तत्काल प्रभाव से जीवन यापन भत्ता पर निलंबित करते हुए विभागीय जाँच शुरू कर दी गई है।

चौकीदार पर भी गिरी गाज

चौकीदार संतोष मांझी ने निर्धारित समय में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत ही नहीं किया। इसे कर्तव्यहीनता, आदेश उल्लंघन ,मनमानेपन के रूप में माना गया। नतीजतन उन्हें भी 19 नवंबर 2025 से निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है। दोनों का निलंबन अवधि का मुख्यालय पुलिस केंद्र, सारण निर्धारित किया गया है।

किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार स्वीकार्य नहीं

सारण पुलिस कानून-व्यवस्था एवं सुशासन के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा अनियमितता, भ्रष्टाचार या अवैध कृत्य को किसी भी परिस्थिति में सहन नहीं किया जाएगा। पुलिस की जिम्मेदारी जनता की सुरक्षा है, न कि आम नागरिकों और परिवहन कर्मियों का शोषण।डॉ. कुमार आशीष, एसएसपी

News Desk

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