छपरा। सारण में कार्तिक पूर्णिमा के दौरान नदियों में नावों के परिचालन पर रोक रहेगा। इसको लेकर सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने आदेश दिया है। डीएम ने कहा कि इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा 26 और 27 नवंबर को मनाई जायेगी। परम्परा के अनुसार श्रद्धालुओं के द्वारा गंगा, गंडक, अन्य नदियों और तालाबों में स्नान कर पूजा अर्चना की जाती है।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि प्रायः ऐसा देखा जाता है कि इस अवसर पर काफी संख्या में लोग नदी में प्रचार प्रसार करने एवं घूमने के बहाने नाव पर चलते हैं और आतिशबाजी करते हैं जिससे स्नानार्थियों को तो असुविधा होती ही है। विधि व्यवस्था संधारण में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
नाव दुघर्टना न हो इसके लिए प्रशासन अलर्ट:
ऐसा भी देखा गया हैं कि नाविकों के द्वारा ज्यादा भाड़ा कमाने के उद्देश्य से नदी के इस पार से उस पार फेरी लगाया जाता है। भाडा कमाने की होड़ में नावों पर क्षमता से अधिक व्यक्तियों को बैठा लिया जाता है तथा अनियंत्रित गति से नावों को चलाया जाता है जिस कारण नाव दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। ऐसी हालात में असंभावित घटना होने की संभावना रहती है साथ ही विधि-व्यवस्था की समस्या भी पैदा हो जाती है।
जिलाधिकारी के द्वारा संबंधित पदाधिकारी को निदेश देते हुए बताया गया कि विधि व्यवस्था संधारण और नाव डूबने जैसे किसी अप्रिय घटना से बचने हेतु जनहित, लोकहित में गंगा, गंडक और अन्य नदियों में नावों का परिचालन पूर्णरूपेण बन्द करवाना सुनिश्चित किया जाय।
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