Road Development: बिहार में 225.66 करोड़ के लागत से 23.95KM सड़क होगा चौड़ीकरण, केंद्र सरकार ने दी स्वीकृति
समस्तीपुर–दरभंगा एनएच-322 चौड़ीकरण को मिली हरी झंडी

परियोजना से विकास की नई राह
राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुसरीघरारी–दरभंगा मार्ग के बासुदेवपुर से दिलाही तक एनएच-322 का उन्नयन लोगों के लिए बड़ी राहत साबित होगा। सड़क चौड़ी होने से जाम की समस्या कम होगी, यात्रियों को सुरक्षित यात्रा मिलेगी और औद्योगिक एवं आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी। मंत्री ने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार इस परियोजना को गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से पूरा कराने में केंद्र सरकार को हरसंभव सहयोग देगी।
पुल और कल्वर्ट का निर्माण
परियोजना के अंतर्गत पाँच मौजूदा वृहद पुलों को बरकरार रखा जाएगा, जबकि जटमालपुर (150 मीटर) में एक नया वृहद पुल बनाया जाएगा। एक लघु पुल यथावत रहेगा, वहीं तीन लघु पुलों का पुनर्निर्माण जटमालपुर (25 मीटर), बिशुनपुर (60 मीटर) और दिलाही (25 मीटर) में किया जाएगा। कुल 27 बॉक्स कल्वर्ट का निर्माण प्रस्तावित है, जिनमें 19 मौजूदा और आठ नए शामिल होंगे। सभी कल्वर्ट का आकार 2×2 मीटर होगा।
री-एलाइन्मेंट और सुरक्षा प्रावधान
परियोजना में लगभग 4.2 किलोमीटर का री-एलाइन्मेंट गोपालपुर, कल्याणपुर, जटमालपुर और बिशुनपुर चौक के समीप किया जाएगा। यातायात सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बस लेन, क्रैश बैरियर, ट्रैफिक साइन, शहरी जंक्शन सुधार और अन्य रोड सेफ्टी फीचर्स को प्राथमिकता दी गई है। उल्लेखनीय है कि इस परियोजना में केवल तीखे मोड़ों पर ज्यामिति सुधार हेतु ही भू-अर्जन की आवश्यकता होगी, जिससे भूमि अधिग्रहण से जुड़ी अड़चनों की आशंका नहीं रहेगी।
क्षेत्रीय संपर्क को मिलेगा बल
यह परियोजना समस्तीपुर और दरभंगा जिलों को तेज़ एवं सुरक्षित मार्ग से जोड़ने के साथ-साथ व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को नई गति प्रदान करेगी। स्थानीय उद्योगों और कारोबार को मजबूती मिलेगी और लोगों के लिए रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही यह सड़क राज्य सरकार की उस परिकल्पना को भी गति देगी, जिसके तहत सुदूर इलाकों को चार घंटे के भीतर राजधानी पटना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस सड़क का उन्नयन न केवल परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाएगा बल्कि पूरे उत्तरी बिहार की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊंचाई देगा।