Railway ने शुरू किया “नमस्ते अभियान”: 5 हजार से अधिक यात्री बिना टिकट पकड़े गए, 13.50 लाख जुर्माना
टिकट जांच में तकनीक और सुरक्षा का समावेश

रेलवे डेस्क। पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल मंडल ने टिकट जांच प्रणाली को और प्रभावी, अनुशासित तथा मानवीय बनाने के लिए एक अनूठी पहल ‘नमस्ते अभियान’ (NAMrata Aur Strong Ticket Examination) की शुरुआत की है। यह अभियान केवल नियम लागू करने का तरीका नहीं, बल्कि एक सोच और दर्शन है, जो गरिमा, सुरक्षा, जनहित, सहानुभूति और जवाबदेही जैसे मूल्यों पर आधारित है।
5,200 बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा गया
अभियान के तहत 6 अगस्त 2025 को बोरीवली स्टेशन पर एक बड़े पैमाने पर ‘फोर्ट्रेस टिकट चेकिंग ऑपरेशन’ चलाया गया, जिसमें 300 से अधिक टिकट जांच कर्मी, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) के जवान शामिल थे। इस कार्रवाई में 5,200 बिना टिकट यात्रियों को पकड़ा गया और 13.50 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया।
टिकट जांच में तकनीक और सुरक्षा का समावेश
अभियान के अंतर्गत टीटीई (ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर) को विशेष रूप से डिजाइन किए गए सुरक्षा जैकेट उपलब्ध कराए गए हैं। इन जैकेट में बॉडी कैमरा, हैंड हेल्ड टर्मिनल (HHT), एक्सेस फेयर टिकट (EFT) बुक और सार्वजनिक घोषणाओं के लिए मिनी स्पीकर रखने की सुविधा है। इससे न केवल टिकट जांच में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी, बल्कि कर्मचारियों की शारीरिक और कानूनी सुरक्षा भी मजबूत होगी।
पूर्व-हिरासत क्षेत्र की स्थापना
स्टेशन परिसर में सीसीटीवी निगरानी वाले पूर्व-हिरासत क्षेत्र (Pre-Custody Areas) बनाए गए हैं, जहां बिना टिकट यात्रियों को नियंत्रित और सम्मानजनक तरीके से रखा जा सके। इससे अनावश्यक टकराव और विवादों से बचा जा सकेगा तथा यात्री और स्टाफ दोनों के साथ निष्पक्ष व्यवहार सुनिश्चित होगा।
प्रशिक्षण और संवाद पर जोर
वाणिज्य विभाग के अधिकारियों ने टीटीई और अन्य कर्मियों के लिए कार्यशालाएं आयोजित कीं, जिनमें प्रभावी संवाद, पेशेवर आचरण और यात्री प्रबंधन के तरीकों पर प्रशिक्षण दिया गया। उद्देश्य यह है कि टिकट जांच केवल दंडात्मक प्रक्रिया न होकर, अनुशासन और सेवा भावना का उदाहरण बने।
अनुशासन और गरिमा का वचन
अभियान का नारा है – “हम अनुशासन को गरिमा के साथ निभाएंगे, अपने कर्तव्य में विनम्र रहेंगे, परंतु दृढ़ रहेंगे।” पश्चिम रेलवे का मानना है कि यह पहल रेलवे प्रशासन का एक संवेदनशील लेकिन मजबूत रूप है, जो केवल प्रतिक्रिया पर नहीं, बल्कि सक्रिय, संरचित और न्यायपूर्ण तरीके पर आधारित है।
‘नमस्ते अभियान’ के जरिए पश्चिम रेलवे न केवल टिकट जांच को नया आयाम दे रही है, बल्कि यात्रियों और कर्मचारियों के बीच भरोसा, सम्मान और सुरक्षा का माहौल भी तैयार कर रही है।