शराब खोजने उड़ा उत्पाद विभाग का ड्रोन खुद हो गया लापता, 9 दिन पहले उड़ा, छपरा में हुआ क्रैश

छपरा

छपरा। बिहार में शराबबंदी के बावजूद इससे जुड़े धंधेबाज अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। शराब के ऐसे ही तस्करों पर एक्शन को लेकर उत्पाद विभाग और पुलिस प्रशासन कार्रवाई में जुटा है। ड्रोन के जरिए भी हर इलाके की निगरानी की जा रही। राजधानी पटना से भी एक ड्रोन को उड़ा, जो काफी हाईटेक था। ये कई किलोमीटर दूर की तस्वीरें क्लिक कर सकता था। हालांकि, छपरा में इस ड्रोन के क्रैश हो गया है। यही वजह है कि इससे अधिकारियों का संपर्क नहीं हो पा रहा।

ऐसे में उत्पाद विभाग ने इस ड्रोन की खोज करने वाले को इनाम देने का ऐलान किया है।लापता ड्रोन का नाम फिक्स विंग ड्रोन बताया जा रहा है, जो बिहार में एकमात्र ड्रोन था। हवाई जहाज के आकार से दिखने वाला ड्रोन सुदूर दियारा में शराब की भठ्ठियों को चिन्हित करते हुए संबंधित अधिकारी के नंबर पर जीपीएस मैसेज भेजता था। ड्रोन 4 मई को पटना से उड़ान भरने के बाद छपरा के तेलपा दियारा में आकाश से गायब हो गया।यह ड्रोन पटना से ही मद्य निषेध विभाग के कंट्रोल रूम से ऑपरेट होता था।

चार मई से फिक्स विंग ड्रोन से कंट्रोल रूम का संपर्क नहीं हो पाया है। ड्रोन के लापता होने के बाद स्थानीय पुलिस और मद्य निषेध विभाग की टीम उसकी खोज में लगी है।

ड्रोन एक उड़ान में 100 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकता था। इसकी मदद से विभाग को पटना में बैठे-बैठे आसपास के तमाम जिले के दियारा में शराब के भठ्ठियों के लोकेशन की जानकारी मिल जाती थी।फिक्स विंग ड्रोन की कीमत 60 लाख बताई जा रही है। हवाई जहाज की तरह दिखने वाले ड्रोन से दियारा में शराब कारोबारी भ्रामित हो जाया करते थे। इसकी बनावट ऐसी थी कि ऊंचाई पर शराब कारोबारी इसे हवाई जहाज समझ लेते थे। हाई रेजोल्यूशन के कैमरे से लैस यह ड्रोन काफी ऊंचाई से भी साफ और अच्छी तस्वीर कैमरे में कैद कर लेता था।

सारण के उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार का कहना है कि विभाग और स्थानीय पुलिस खोजबीन कर रही है। अगर स्थानीय लोग इसके बारे में कोई जानकारी देते हैं तो उनके भी सरकार की तरफ से उचित इनाम दिया जाएगा।