वैज्ञानिक चंद्रमा को लेकर लगातार रिसर्च करते रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नासा का सपना चांद पर घर बनाने का है? जानिए आखिर वहां पर घर बनने के बाद कौन रहेगा.
बचपन से हमने चाँद के बारे में कई कहानियाँ पढ़ी हैं। लेकिन अब चांद पर भी इंसान पहुंच गए हैं. इसके अलावा कुछ एजेंसियां चांद पर घर भी बना रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, नासा ने 2040 तक चंद्रमा पर घर बनाने का लक्ष्य रखा है। जहां कुछ वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह असंभव है, वहीं अन्य ने कहा है कि यह पूरी तरह से संभव है। नासा ने यह भी बताया कि वह इस मुश्किल से दिखने वाले काम को कैसे संभव बनाएगा। लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि अगर नासा चांद पर घर बनाएगा तो वहां कौन रहेगा।
चाँद पर इंसान
चंद्रमा पर जाने का मानव का सपना कोई नई बात नहीं है, लेकिन लगभग छह दशक पहले यह लक्ष्य असंभव से संभव हो गया था। 1969 में नील आर्मस्ट्रांग के चंद्रमा पर पहली बार कदम रखा था, तब भी इस बात पर बहस छिड़ी थी कि क्या चंद्रमा पर बस्ती बसाई जा सकती है. हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नासा चांद पर घर बनाने की योजना बना रहा है।
3डी प्रिंटर से संभव
नासा ने कहा कि वह चंद्रमा पर 3डी प्रिंटर भेजकर अपनी योजना को क्रियान्वित करेगा। जिससे वहां पर संरचनाओं का निर्माण वहां शुरू होने लगेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिंटर चंद्रमा की ऊपरी परत में गड्ढे की सतह पर चट्टान और खनिजों के टुकड़ों से कंक्रीट बनाने का काम करेगा। एक बार यह शुरू हो गया तो घर बनने में कुछ ही समय लगेगा।
नासा के टेक्नोलॉजी मैच्योरेशन के निदेशक निकी वेर्कहेइजर ने कहा कि एजेंसी इस समय एक महत्वपूर्ण बिंदु पर है। उन्होंने कहा, कुछ मायनों में यह एक सपने जैसा है। लेकिन कभी-कभी यह एक अपरिवर्तनीय लक्ष्य जैसा लगता है। नासा नवीनतम तकनीक और निजी कंपनियों और विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी पर निर्भर है।