छपरा। उप विकास आयुक्त यतेंद्र पाल और नमामि गंगे टास्क फोर्स के साथ बैठक में डीएम ने निर्देश दिया है कि सारण में खूबसूरत घाटों के मनोरंजन और व्यवसायिक रूप में विकसित करने के लिए रास्ते तलाशे जाएंगे । ऐसे घाट स्थानीय नाश्ता विक्रेताओं, मनोरंजन, नौका विहार और पर्यटन जैसी व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र बन सकते हैं।
जिले में स्वच्छ गंगा के प्रति संवेदनशीलता पैदा करने के प्रयास में डीएम ने विभाग को गंगा प्रहरियों की पहचान करने का निर्देश दिया है, जो बदलाव के लिए स्वयंसेवक बन सकते हैं, ताकि स्थानीय स्तर पर जागरूकता फैलाई जा सके।
डीएम ने विकास के लिए संभावित स्थलों के रूप में आमी घाट, डोरीगंज, रिविलगंज और पानापुर जैसे स्थानों का सुझाव दिया है। उन्होंने बीडीओ को ऐसे और स्थलों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं जिन्हें मनोरंजन स्थलों के रूप में विकसित किया जा सके। कुछ घाटों पर व्यावसायिक शवदाह गृह बनाने का भी प्रस्ताव किया गया है।
डीएम ने लोगों को जागरूक करने के लिए की जा सकने वाली गतिविधियों की विस्तृत सूची मांगी है। ऐसी गतिविधियों से सामुदायिक स्तर पर गंगा सफाई अभियान को बढ़ावा मिलेगा।
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