
छपरा। जयप्रकाश विश्वविद्यालय (जेपीयू) ने शैक्षणिक विस्तार और रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। विश्वविद्यालय में 11 नए विभागों की स्थापना की जाएगी, जिनमें सेल्फ फाइनेंस प्रोफेशनल कोर्स संचालित होंगे। इन विभागों में कानून, शिक्षा, वानिकी एवं वन्य जीव, कंप्यूटर विज्ञान, फोरेंसिक विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान, नैनो तकनीक, हिंदू अध्ययन एवं आध्यात्मिक विज्ञान, और जैव प्रौद्योगिकी जैसे विषय शामिल हैं।
कानून की पढ़ाई की लंबे समय से मांग
छात्र संगठनों द्वारा लंबे समय से विश्वविद्यालय में कानून विभाग की स्थापना की मांग की जा रही थी। अब इस मांग को स्वीकृति मिल चुकी है, जो छात्रों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसके अलावा, इन नए विभागों से छात्रों को आधुनिक और रोजगारपरक शिक्षा के अवसर मिलेंगे।





वर्तमान शैक्षणिक ढांचा
वर्तमान में जयप्रकाश विश्वविद्यालय में मानविकी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और वाणिज्य संकाय के अंतर्गत 17 विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई होती है। नए विभागों की स्थापना के बाद विश्वविद्यालय में अध्ययन के दायरे का और अधिक विस्तार होगा।
शोध कार्यों को बढ़ावा
शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय में रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल की स्थापना की गई है। इस सेल के तहत पांच विभाग काम करेंगे, जो छात्रों और शिक्षकों को अनुसंधान के क्षेत्र में बेहतर अवसर प्रदान करेंगे।
जयप्रकाश अध्ययन केंद्र फिर सक्रिय
पिछले दो वर्षों से बंद पड़े जयप्रकाश अध्ययन केंद्र को पुनः सक्रिय कर दिया गया है। इस केंद्र को संचालित करने के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश के दो ट्रस्टों के साथ समन्वय किया जा रहा है, जो अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराएंगे।
नए सेल की स्थापना
शैक्षणिक गतिविधियों और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय में अकादमिक सेल और ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल का गठन भी किया गया है। ये सेल छात्रों को प्रशिक्षण और प्लेसमेंट में सहायता करेंगे, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई के बाद बेहतर करियर विकल्प मिल सकें।
छात्रों के लिए नई संभावनाएं
इन नए विभागों और केंद्रों की स्थापना से विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल बेहतर होगा। छात्रों को उच्चस्तरीय शिक्षा और रोजगारपरक कोर्स के अधिक विकल्प मिलेंगे।
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