बिहार डेस्क।बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. यहां से हर साल युवा प्रशासनिक सेवा में अपना परचम लहराते हैं साथ ही निजी क्षेत्र की बड़ी-बड़ी कंपनियों में यहां के युवा अच्छे पदों पर हैं. टेक के क्षेत्र में विदेशी कंपनियां यहां के युवाओं की मुरीद हैं. बिहार के जमुई के रहने वाले अभिषेक कुमार का गूगल में चयन हो गया है. वह अब गूगल के लंदन स्थित आफिस में अपनी सेवाएं देंगे.
पिता है अधिवक्ता, माँ हाउस वाइफ
अभिषेक कुमार जमुई जिले के झाझा प्रखंड क्षेत्र के जामूखरैया के रहने वाले हैं. वर्तमान में अभिषेक अपने पूरे परिवार के साथ झाझा में रहते हैं. अभिषेक के पिता इंद्रदेव यादव जमुई सिविल कोर्ट में वकील हैं, जबकि उनकी मां मंजू देवी के गृहिणी हैं. अभिषेक का चयन गूगल में होने से पहले वर्ष 2022 में भी अभिषेक को अमेजॉन की तरफ से बेहतर पैकेज मिला था. अभिषेक को अमेजॉन ने एक करोड़ 8 लाख रुपए सालाना के पैकेज पर नौकरी दी थी, जहां उन्होंने मार्च 2023 तक काम किया. इसके बाद उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी. फिर वह मैक्सिकन बेस कंपनी में काम करने लगे और वहां उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी. आखिरकार उनका सिलेक्शन गूगल के लिए किया गया है तथा गूगल की तरफ से उन्हें अच्छा पैकेज भी दिया गया है.
‘हर साफ्टवेयर इंजीनियर का सपना होता है गूगल में काम करना’
अभिषेक कुमार ने कहा कि हर सॉफ्टवेयर इंजीनियर का यह सपना होता है कि वह गूगल के लिए काम कर सके. सपने के पीछे हर इंजीनियर अपनी मेहनत करता है. उन्होंने बताया कि जब भी उन्हें कभी पढ़ाई में कोई दुविधा होती थी, तब उनके भाई और माता-पिता उनकी प्रेरणा का स्रोत बन जाते थे. अभिषेक कुमार की प्रारंभिक पढ़ाई जमुई में ही हुई. उन्होंने एनआईटी पटना से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. अभिषेक अपने दो भाइयों में छोटे हैं. अभिषेक के पिता इंद्रदेव यादव ने कहा कि बचपन से ही हम लोगों ने शिक्षा को सबसे अधिक महत्व दिया है और इसी का नतीजा है कि आज मेरे बेटे को यह सफलता मिली है.
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