पिता ने अखबार बेचकर बेटा को पढ़ाया, अब IAS बनकर पूरा किया पिता का सपना

करियर – शिक्षा देश
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बोकारो। संघर्ष और समर्पण की मिसाल बन चुके तियाड़ा गांव के राजकुमार महतो ने UPSC 2024 परीक्षा में 557वीं रैंक हासिल कर पूरे इलाके का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उनकी यह सफलता सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि एक पूरे परिवार और समाज की जीत है, जो बताती है कि अगर इरादे मजबूत हों तो हालात भी रास्ता बना देते हैं।

राजकुमार के पिता, रामपद महतो, कभी सिलाई का काम करते थे। आर्थिक तंगी ने उन्हें अखबार बेचने के लिए मजबूर कर दिया, लेकिन उन्होंने बेटे के सपनों को कभी टूटने नहीं दिया। सीमित साधनों में भी उन्होंने राजकुमार की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी।

राजकुमार की शुरुआती शिक्षा बोकारो के जीजीपीएस स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज से स्नातक और इग्नू (IGNOU) से एमए की पढ़ाई पूरी की। UPSC की यह उनकी तीसरी कोशिश थी, और इस बार उन्होंने अपने पूरे परिवार और क्षेत्र को गौरवान्वित कर दिया।

“मेरी सफलता सिर्फ मेरी नहीं, पूरे परिवार की है। पिता का संघर्ष मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा रहा,”
राजकुमार ने भावुक होकर अपनी सफलता पर कहा।

राजकुमार ने बताया कि इंटरव्यू बोर्ड से लेकर मेंस परीक्षा तक का सफर बेहद चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन परिवार का अटूट समर्थन और खुद की मेहनत ने हर मुश्किल को आसान बना दिया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, बहनों और शिक्षकों को दिया।

संघर्ष से सफलता तक की कहानी

राजकुमार की यात्रा एक गहरी प्रेरणा देती है – चाहे संसाधन कितने भी सीमित हों, अगर मेहनत ईमानदारी से की जाए तो सपना जरूर साकार होता है। उनके पिता का संघर्ष आज न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक मिसाल बन गया है।

सलाम उन सपनों को, और उन हाथों को जो सपनों को उड़ान देते हैं।