
Desk: उमेश पाल हत्याकांड में यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम अहमद का एनकाउंटर किया गया है। यूपी एसटीएफ ने यह कार्रवाई झांसी में की है।प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था।
झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपीएसटीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं। अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं।




गौरतलब है कि 24 फरवरी को प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर्स की मौत हो गई थी. उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया है. पुलिस इस मामले में शाइस्ता के साथ 5 शूटरों (अतीक अहमद का बेटा असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबि) की तलाश में जुटी हुई थी. पुलिस को आज बड़ी कामयाबी हासिल हुई. पुलिस ने 47 दिन से फरार असद और गुलाम को मार गिराया है. इससे पहले खुलासा हुआ था कि माफिया अतीक अहमद की जिद पर असद को उमेश पाल हत्याकांड में शामिल किया गया था और उससे गोली चलवाई गई थी. असद का नाम और फुटेज सामने आने के बाद शाइस्ता ने अतीक़ अहमद से नाराज़गी जाहिर की थी. शाइस्ता ने अतीक़ अहमद को साबरमती जेल में फोन किया था.
फोन पर शाइस्ता ने रोते हुए कहा कि असद बच्चा है, उसे इस मामले में नहीं लाना चाहिए था. सूत्रों के मुताबिक, अतीक़ ने कहा कि असद की वजह से 18 साल बाद चैन की नींद सोया हूं, उमेश पाल के चलते मेरी नींद हराम हो गयी थी. शाइस्ता से अतीक ने फोन पर कहा था कि असद शेर का बेटा है, उसने शेरों वाला काम किया है.उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद पांचों शूटर फरार हो गए थे. असद और गुलाम, दिल्ली में जाकर छिपे थे. बीते दिनों ही असद को शरण देने के मामले में दिल्ली पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले में पुलिस ने अवतार सिंह को गिरफ्तार किया था. अवतार ने खुलासा किया है कि उसने जीशान और खालिद को 10 हथियार सप्लाई किए थे.
पूछताछ के दौरान खालिद और जीशान ने बताया कि इन्होंने असद और गुलाम को दिल्ली में सीक्रेट ठिकाने पर शरण दी थी. इसके बाद पुलिस ने 31 मार्च को जावेद को गिरफ्तार किया. जावेद ने बताया कि उमेश पाल की हत्या के बाद असद और गुलाम उससे मिले थे. उनकी निशानदेही पर पुलिस ने फिर से छापेमारी शुरू की और आज शूटर असद के साथ गुलाम को ढेर कर दिया.
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