निर्गुण की गूंज और आंसुओं की नमी… गमगीन माहौल में याद किए गए पूर्व विधायक स्व. यदुवंशी राय
जनसेवा की विरासत छोड़ गए यदुवंशी राय, अधूरे सपनों को पूरा करने का पुत्र ने लिया है संकल्प

छपरा। मढ़ौरा की राजनीति और समाज सेवा का वह सितारा, जिसने गरीबों और वंचितों की आवाज बनकर जनता के दिलों में अपनी पहचान बनाई, आज भी लोगों की यादों में जिंदा है। शुक्रवार को पूर्व विधायक स्वर्गीय यदुवंशी राय की पुण्यतिथि श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। नगरपालिक चौक स्थित उनके आवास पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा सह नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में सैकड़ों लोग उमड़े। श्रद्धांजलि के इस अवसर ने न सिर्फ पुरानी यादें ताज़ा कर दीं, बल्कि उनके अधूरे सपनों को साकार करने का संकल्प भी मजबूत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत उनके पुत्र व मढ़ौरा के वर्तमान विधायक सह पूर्व मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने पिता के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर की। इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नेताओं ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।
विधायक जितेंद्र कुमार राय ने भावुक होकर कहा कि उनके पिता स्व. यदुवंशी राय गरीबों और वंचितों की मजबूत आवाज थे। उनका सपना था कि हर जरूरतमंद को शिक्षा और बेहतर चिकित्सा की सुविधा मिले। आज हम उसी सपने को साकार करने की कोशिश कर रहे हैं। परिवार के चार–पाँच सदस्य डॉक्टर बनकर समाज सेवा कर रहे हैं और छपरा स्थित यदुवंशी राय मेमोरियल हॉस्पिटल गरीबों को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रहा है।
जननेता बनने तक का सफर
स्व. यदुवंशी राय ने जनसेवा की शुरुआत पंचायत स्तर से की। भुआलपुर पंचायत से मुखिया चुने जाने के बाद उन्होंने गांव-गांव घूमकर लोगों की समस्याओं को सुना और समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए। यही कारण रहा कि उन्हें लोग “जनता का आदमी” कहने लगे। इसके बाद वे लगातार दो बार मढ़ौरा से विधायक निर्वाचित हुए और 1995 से 2005 तक क्षेत्र की राजनीति व विकास में अहम भूमिका निभाई।
12 सितंबर 2016 को उनके निधन की खबर ने न सिर्फ परिवार को, बल्कि पूरे सारण जिले और बिहार की राजनीति को गहरे शोक में डुबो दिया था। आज नौ साल बाद भी लोग उन्हें याद कर कहते हैं कि यदुवंशी राय का जाना एक युग का अंत था, लेकिन उनकी सोच और आदर्श हमेशा जिंदा रहेंगे।
गोलू राजा के निर्गुण से फूट पड़ा दर्द, पिता की याद में रो पड़े विधायक जितेंद्र राय
पुण्यतिथि के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व भजन संध्या का आयोजन भी हुआ। भोजपुरी गायक गोलू राजा, बादल बवाली और नेहा राज ने अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धांजलि दी। गोलू राजा ने जब निर्गुण गाया तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। इस दौरान विधायक जितेंद्र राय भी पिता की याद में भावुक होकर आंसू पोंछते दिखे।
नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में उमड़ी भीड़
कार्यक्रम के अंतर्गत नि:शुल्क कैंसर स्क्रीनिंग और आंखों की जांच शिविर लगाया गया। एम्स, पटना से आए कैंसर विशेषज्ञों ने 110 मरीजों की स्क्रीनिंग की। 163 मरीजों के हृदय और लीवर की जांच की गई। 230 मरीजों की आंख जांच अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के सहयोग से की गई और जरूरतमंदों को आगे की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई। डॉ. हिमांशु कुमार ने बताया कि अस्पताल लगातार इस प्रकार के जनहितकारी शिविर आयोजित करता रहेगा, ताकि यदुवंशी राय का सपना गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा साकार हो सके।
श्रद्धांजलि सभा में मौजूद जनप्रतिनिधियों और नेताओं ने कहा कि यदुवंशी राय सिर्फ एक राजनेता नहीं थे, बल्कि समाज सुधारक थे। उनकी पुण्यतिथि केवल स्मरण का दिन नहीं, बल्कि उनके अधूरे सपनों को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का अवसर है। इस अवसर पर स्व यदुवंशी राय की पत्नी बिन्दु देवी, पुत्र और विधायक जितेंद्र कुमार राय, डॉ हिमांशु कुमार, डॉ. रितेश कुमार रवि, भाई पूर्व एमएलसी रघुवंश प्रसाद यादव, रविन्द्र यादव, अभिषेक कुमार, रजनीश कुमार, विशाल कुमार, डॉ. अमरेश कुमार, डॉ यशस्वी कुमार, रिंकी राय, पिंकी राय, अर्चना देवी, डॉ. रिमझिम समेत अन्य कई नेता-जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित किया।