
छपरा। सारण जिले के लिए एक गर्व की खबर सामने आई है। छपरा की बहू डॉ. ऋचा सिंह ने बिहार स्टेट यूनिवर्सिटी सर्विस कमीशन (Bihar State University Service Commission BSUSC) की परीक्षा में राज्य भर में छठा स्थान हासिल कर जिले और अपने परिवार का नाम रौशन किया है। इस बड़ी उपलब्धि की खबर मिलते ही छपरा के शिल्प चौक स्थित उनके ससुराल में जश्न का माहौल है। घरवालों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने मिठाइयाँ बाँटी और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दीं।
शिक्षा और संघर्ष की मिसाल
डॉ. ऋचा सिंह मूल रूप से पटना निवासी हैं। उनके पिता डॉ. आर. पी. सिंह पटना के एक प्रतिष्ठित प्रोफेसर रहे हैं। ऋचा की प्रारंभिक शिक्षा पटना में हुई। उन्होंने पटना वीमेंस कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में स्नातक किया और फिर यूजीसी नेट परीक्षा पास करने के बाद जयप्रकाश विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की।
डॉ. ऋचा की शादी छपरा के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अमरेश कुमार सिंह से हुई है, जिनका शहर में चिकित्सा सेवा में बड़ा योगदान रहा है। ऋचा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार के साथ-साथ पति के सहयोग को भी दिया। उन्होंने बताया कि “पति डॉ. अमरेश का हर कदम पर साथ मिला। परिवार का संबल और खुद की लगन से यह संभव हो सका।”
आत्म-एकाग्रता और लक्ष्य पर फोकस
डॉ. ऋचा का मानना है कि यदि लक्ष्य तय हो और मेहनत ईमानदारी से की जाए, तो कोई भी परीक्षा कठिन नहीं होती। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा “एकाग्रता, निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी है। बिना लक्ष्य के पढ़ाई नाविक बिना पतवार के होती है।”
प्रेरणास्रोत बनीं डॉ. ऋचा
डॉ. ऋचा सिंह की यह सफलता सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे सारण जिले के युवाओं के लिए एक प्रेरणा और उम्मीद की किरण है। उनकी सफलता को महिला सशक्तिकरण की एक नई मिसाल माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर उन्हें लगातार बधाइयाँ मिल रही हैं, और लोग उन्हें बिहार की बेटियों की बुलंद पहचान बता रहे हैं।