Chhapra Junction: 40 करोड़ की लागत से बदलेगी छपरा जंक्शन की तस्वीर, पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर बनेगा नया भवन
मालगोदाम साइड में नई रेल लाइन बिछायी जायेगी

छपरा। उत्तर बिहार के प्रमुख रेलवे स्टेशन छपरा जंक्शन की सूरत अब पूरी तरह बदलने वाली है। वाराणसी मंडल के इस क्लास-वन स्टेशन के व्यापक कायाकल्प की योजना पर रेलवे बोर्ड ने मुहर लगा दी है। शुक्रवार को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने छपरा जंक्शन का निरीक्षण करते हुए स्टेशन के विकास से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने बताया कि स्टेशन पर 30 से 40 करोड़ रुपये तक की राशि विकास कार्यों के लिए स्वीकृत की जा रही है।
एक साल में पूरी तरह बदलेगा जंक्शन का स्वरूप
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि छपरा जंक्शन के सेकेंड एंट्री यानी उत्तर छोर से प्रवेश द्वार को आगामी 6 माह में तैयार करने का लक्ष्य अधिकारियों को दिया गया है। इसके अलावा स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त कर एक अत्याधुनिक सुविधा युक्त नया स्टेशन भवन तैयार किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए सभी कार्यों को चरणबद्ध तरीके से एक साल के भीतर पूरा करने की योजना है।
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नई लाइन और प्लेटफॉर्म डेवलपमेंट पर जोर
स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के माल गोदाम साइड में नई रेललाइन बिछाई गई है। अब वहां से पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जाएगा ताकि यात्री दबाव को संतुलित किया जा सके। इसके साथ ही प्लेटफॉर्म नंबर आठ को भी विकसित कर सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
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डीजल लॉबी कार्यालय भी हटेगा
स्टेशन परिसर में स्थित डीजल लॉबी कार्यालय को तोड़कर उसे प्लेटफार्म पर नई जगह शिफ्ट किया जाएगा ताकि स्थान का बेहतर उपयोग किया जा सके और यात्री सुविधाओं को बढ़ाया जा सके।
अमृत भारत योजना से फिलहाल बाहर, लेकिन होगा सुंदर विकास
एक सवाल के जवाब में बोर्ड अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि छपरा जंक्शन का नाम अमृत भारत योजना की सूची से फिलहाल हटा दिया गया है। हालांकि उन्होंने यह आश्वासन दिया कि “छपरा जंक्शन को बेहद सुंदर और आधुनिक बनाया जाएगा।”
मुख्य बिंदु संक्षेप में:
- स्टेशन के विकास पर 30-40 करोड़ रुपये खर्च होंगे
- पुरानी बिल्डिंग टूटेगी, नई अत्याधुनिक बिल्डिंग बनेगी
- सेकेंड एंट्री 6 माह में तैयार करने का लक्ष्य
- प्लेटफार्म एक पर नई लाइन से पैसेंजर ट्रेनों का संचालन
- डीजल लॉबी को अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा
- प्लेटफॉर्म आठ को विकसित किया जाएगा
- अमृत भारत योजना से बाहर, पर विकास कार्य होंगे उच्च स्तर के
छपरा जंक्शन पर प्रस्तावित यह बदलाव न केवल यात्रियों को बेहतर अनुभव देगा, बल्कि पूरे उत्तर बिहार के रेलवे नेटवर्क में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा। यह पहल छपरा को रेलवे मानचित्र पर एक नए आधुनिक पहचान के रूप में स्थापित कर सकती है। |