
छपरा। सारण जिला प्रशासन ने इस साल की मैट्रिक परीक्षा के दौरान शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। 17 फरवरी से शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस वर्ष लगभग 68 हजार परीक्षार्थी मैट्रिक परीक्षा में शामिल होंगे।
परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के आने से जिला मुख्यालय में लगभग एक लाख लोगों की अतिरिक्त भीड़ का दबाव बनने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने नया यातायात योजना लागू किया है। यातायात डीएसपी ने बताया कि नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य परीक्षा केंद्रों तक प्रश्न पत्रों की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करना और परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी से बचाना है।





इस नई व्यवस्था के तहत विभिन्न मार्गों पर वाहनों के लिए सीमा निर्धारित की गई है।
- मांझी-रिविलगंज और सिवान-एकमा से आने वाले बड़े वाहन केवल ब्रह्मपुर मोड़ तक ही आ सकेंगे, जहां उन्हें मोड़ से 500 मीटर आगे पार्किंग करने की व्यवस्था होगी।
- मलमलिया-बनियापुर-जलालपुर मार्ग से आने वाले वाहन को उमधा चौक तक की सीमा दी गई है।
- मशरक-मढ़ौरा से आने वाले वाहन चनचौड़ा मोड़तक ही जा सकेंगे।
- चनचौड़ा और फकूली की तरफ से आने वाली गाड़ियां के लिए जटुआ बिनटोलिया सड़क पर आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा, और यह मार्ग जगदम कॉलेज रेलवे ढाला की तरफ बंद रहेगा।
- गड़खा से आने वाले वाहन को नेवाजी टोला चौक तक ही सीमित किया गया है।
- वीर कुंअर सिंह सेतु से आरा की तरफ आने वाले बड़े वाहन भिखारी ठाकुर चौक से आगे नहीं जा सकेंगे।
यह नई व्यवस्था शहर में यातायात को सुचारू बनाए रखने और जाम की स्थिति से बचने में सहायक साबित होगी। प्रशासन का उद्देश्य है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक समय पर पहुंचने में कोई कठिनाई न हो, और प्रश्न पत्रों की आपूर्ति भी समय पर हो सके। यह कदम प्रशासन के लिए इस महत्वपूर्ण परीक्षा अवधि को निर्बाध और सुरक्षित बनाने के लिए है।
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