Adoption of code of conduct on 250 crore budget of Chhapra city, Mayor said - can do, DM said - within the scope of code of conduct

छपरा शहर के 250 करोड़ बजट पर आचार संहिता का ग्रहण,मेयर बोले- कर सकते है, डीएम बोले-आचार संहिता के दायरे में

छपरा बिहार
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– 10 करोड़ का 27 जारी टेंडर पर मेयर ने लगाई रोक,की गई है गड़बड़ी

-मेयर ने पहली बार बजट के लिए आम जनों का फीडबैक मांगा

-पूर्व में बोर्ड में जारी किये गये टेंडर पर रोक लगी,विचार के लिए रखा गया

छपरा। नगर निगम छपरा के आगामी बजट सत्र 2024 25 के लिए तैयारी शुरू जैसे ही हुई लोकसभा चुनाव का आचार संहिता लागू हो गया। अब आगे बजट जारी करने पर रोक लग सकता है। यह आचार संहिता उल्लंघन में आयेगा। हालांकि नगर निगम अभी इस बात से अनभिज्ञता जताते हुए बजट बनाने की तैयारी मार्च के अंतिम तारीख तक रखा है। इस सूरत में बजट पर ग्रहण लगना तय है। इस मामले में डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी की माने तो यह आचार संहिता के दायरे में आयेगा।

250 करोड़ के ज्यादा का बजट प्रस्तावित:

नये मेयर लक्ष्मी नारायण गुप्ता की माने तो इस बार बजट में शहर के विकास के लिए नए तरीके से इनफ्रास्ट्रक्चर और साफ सफाई पर विशेष फोकस होगा। इस बार 250 करोड़ के ज्यादा का बजट प्रस्तावित होने का अनुमान जताया जा रहा है। शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए लक्ष्य के साथ जमीनी स्तर से जुड़े मुद्दों पर विशेष फोकस होगा। इसके लिए महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता द्वारा नगर निगम के आगामी 2024-25 का बजट बनाने के लिए छपरा नगर निगम क्षेत्र के जनता से सुझाव आमंत्रित किया जा रहा हैं। मेयर द्वारा अपना निजी नम्बर को सर्कुलेट करके आम लोगो से राय मांगी जा रही है। जिसके लिए मेयर ने 9473220549 नम्बर जारी किया है।

पहली बार आम जनों का फीडबैक शामिल होगा:

छपरा नगर निगम के महापौर ने बताया कि छपरा नगर निगम क्षेत्र के विकास के लिए समस्त जनता के साथ मिलकर कार्य करना होगा। इसलिए आगामी बजट में किस-किस विषय को रखना चाहिए आदि विषयों के संदर्भ में जनता से सुझाव मांगा और बताया कि छपरा नगर निगम का विकास तभी संभव है। जब जनता अपना सुझाव अपने विचारों को अपने सहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए आगे आएंगे। सुझाव देने के लिए उन्होंने अपने व्हाट्सएप न. 9473220549 को साझा किया है। साथ ही लिखित सुझाव भी महापौर कार्यालय में मांगा है। यह बजट आम जनता का बजट होगा, छपरा के विकास का बजट होगा।

आगे क्या किया जा सकता
ऐसी परिस्थिति में नगर निगम आंतरिक और आंशिक बजट कुछ माह के लिए बना सकता है। जिसके अनुसार बजट में खर्च कर सकता। उस आंशिक बजट को अगले संपूर्ण बजट में आय-व्यय को सामंजित कर सकता है।

पिछला बजट 185 करोड़ का था,इन कार्यों में खर्च हुए
छपरा नगर निगम का पिछला बजट185 करोड़ का था। जिसमंे शहर के चौराहों से लेकर 45 वार्डों में करीब 10 करोड़ की लागत से 800 लाइटें लगी है। नगर निगम का वर्ष 2022 – 23 का बजट एक सौ 85 करोड 96 लाख रूपये का था जो वेतन समेत विभिन्न विकास मद में खर्च हुआ। नगर निगम की बजट में शहरी क्षेत्र एवं वार्डों में स्ट्रीट लाइट लगाने में 12 करोड़ रुपये खर्च किया गया। सड़क पुल निर्माण में 14 करोड 40 लाख, सीवरेज एवं ड्रेनेज में 14 करोड 40 लाख, जल मार्ग में 14 करोड 20 लाख, वाहन खरीद में एक करोड, संयत्र व मशीन खरीद में एक करोड़ इसके अलवा अन्य नागरिक सुविधाओं के लिए 20 लाख रूपये, एवं कचरा निकासी में छह करोड 60 लाख रूपये खर्च किया गया है। इसके अलावें शहर की सड़कें, नाली-गली निर्माण में बजट में 15 करोड़ रूपये खर्च हुआ है।

आचार संहिता से मतलब नहीं,बजट हो सकता है

नगर निगम लोकल बॉडी है। बजट किया जा सकता है। आचार संहिता से प्रभाव नहीं होना चाहिए। इस मामले में नगर विकास विभाग और अफसरों से बातचीत कर कार्रवाई की जा रही है। हमने आचार संहिता के नियम को देखा है।
लक्ष्मीनारायण गुप्ता,मेयर,छपरा नगर निगम

आचार संहिता पांच बजे के बाद से लागू है। ऐसे में बजट जारी नहीं हो सकता है। नगर निगम के अधिकारी से मैं बात कर लेता हूं। विभागीय स्तर पर देखा जा रहा है। अमन समीर,डीएम,सारण