छपरा। सारण जिले के माँझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर के मुखियापति विजय यादव द्वारा गुरुवार को बंधक बनाकर तीन युवकों की अमानवीय ढंग से पिटाई का वीडियो वायरल होने से आक्रोशित लोगों ने रविवार को सिधरिया टोला पहुँचकर कई घरों में आग लगा दी जिसमें लाखों की संपत्ति जल गई। इससे पहले आक्रोशित लोगों को रोकने पहुँची पुलिस पर उग्र भीड़ द्वारा पथराव कर दिया गया जिसमें एक महिला पुलिसकर्मी व एक जवान जख्मी हो गए। इस दौरान कुर्सियां तोड़ दी गई। हंगामा को देखते हुए पुलिस को पीछे हटना पड़ा।लगभग तीन घण्टे तक मुबारकपुर पंचायत तथा आस पास के लोग दहशत के साये में रहे।
आक्रोशित लोगों के रौद्र रूप तथा घटना की गम्भीरता को देखते हुए कई थानों की पुलिस को लेकर दोपहर बाद मुबारकपुर पहुँचे सारण के एसपी गौरव मंगला ने सिधरिया टोला पहुंचकर आगलगी पीड़ितों से मुलाकात की तथा न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। पीड़ितों ने रो रोकर उपद्रवियों के उत्पात की जानकारी दी। बाद में एसपी मृतक अमितेष कुमार सिंह के घर पहुँचे तथा परिजनों से बात की तथा घटना को अमानवीय बताते हुए दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिया। इस दौरान परिजनों ने आरोप लगाया कि माँझी थाना पुलिस की मौजूदगी में घायल युवकों की बर्बरता पूर्वक लोहे के रॉड तथा हथौड़े से पिटाई की गई। मृतक के शिक्षक पिता जय प्रकाश नारायण सिंह ने कहा कि मारपीट के दौरान मौजूद पुलिस ने इस जघन्य अपराध को रोकने का कोई भी प्रयास नही किया अन्यथा युवकों की जान बचाई जा सकती थी। घटना को अंजाम देने के बाद माँझी थाना पर मौजूद आरोपी मुखियापति विजय यादव को पुलिस ने पकड़ने के बजाय उसे भगा दिया।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा माँझी थाना में घटना से सम्बंधित जो आवेदन दिया गया उसमें से मुखिया आरती देवी का नाम हटा दिया गया। परिजनों ने मुखिया पर मारपीट में शामिल लोगों को उकसाने का आरोप लगाया। परिजनों ने थानाध्यक्ष पर आरोपियों से मिले होने का आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल निलंबित करने की मांग की। परिजनों की मांग पर एसपी ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच का आदेश दे दिया है जांच पूरी होने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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