नेशनल डेस्क। भारतीय जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार देर रात इतिहास रच दिया है। टूर्नामेंट के फाइनल में उन्होंने 88.17 मीटर के अपने बेस्ट एफर्ट के साथ गोल्ड जीता। यह चैंपियनशिप हंगरी के बुडापेस्ट में 19 अगस्त से 27 अगस्त तक खेली गई।
25 साल के नीरज वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियन में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने पिछले साल यूजीन में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था, जिसे उन्होंने इस बार गोल्ड में बदला।
पाकिस्तान के अरशद नदीम ने सिल्वर जीता। उन्होंने 87.82 मीटर का बेस्ट एफर्ट निकाला। यह चैंपियनशिप 1983 से हो रही है। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में यह भारत का ओवरऑल तीसरा मेडल है।
ओलिंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने फाउल से शुरुआत की। पहले प्रयास में फिनलैंड के ओलिवर हेलैंडर ने 83.38 मीटर स्कोर किया और टॉप पर रहे। नीरज चोपड़ा का अटैम्प्ट फाउल रहा और वे 12वें नंबर पर रहे। किशोर जेना ने 75.6 और डीपी मनु ने 78.44 मीटर थ्रो किया। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 74.80 मीटर डिस्टेंस तक भाला फेंका।
नीरज की ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। कहा, ‘प्रतिभाशाली नीरज ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाया है। उनका समर्पण, सटीकता और जुनून, उन्हें न सिर्फ एथलेटिक्स में चैंपियन बनाता है, बल्कि पूरे खेल जगत में उन्हें उत्कृष्टता का प्रतीक बनाता है।’
नीरज ने दूसरे प्रयास में 88.17 मीटर स्कोर कर जेवलिन फाइनल का बेस्ट स्कोर किया और पहला स्थान हासिल कर लिया। जो आखिरी तक कायम रहा। दूसरे अटैम्प्ट में किशोर जेना ने 82.82 और पाकिस्तान के अरशद ने 82.81 मीटर थ्रो किया। डीपी मनु का थ्रो फाउल रहा, जबकि जर्मनी के जुलियन वेबर 85.79 मीटर के साथ दूसरे और चेक रिपब्लिक के जैकब वादलेच 84.18 मीटर के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
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