EOU Raid: बैंक अधिकारी की अकूत ‘काली कमाई’ का खुलासा, ईओयू ने खोली भ्रष्टाचार की ‘सीक्रेट डायरी’
छापेमारी के दौरान रीयल एस्टेट से जुड़ी आधा दर्जन से अधिक मिले कागजात

पटना। आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले में पाटलिपुत्र सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के विकास पदाधिकारी भवेश कुमार सिंह के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की गई। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम के स्तर से की गई इस कार्रवाई में अवैध तरीके से जमा की गई अकूत संपत्ति का खुलासा हुआ है।
इसमें पटना के रूपसपुर थाना के रामजयपाल नगर स्थित पुष्पक रेसिडेंसी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-203, शहर के अगमकुआं थाना के पहाड़ी पर के पास जकरियापुर मोहल्ला में कृष्णा निकेतन स्कूल के पास गोदाम गली में बड़ा-सा पांच मंजिला मकान, एसपी वर्मा रोड स्थित पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के कार्यालय के अलावा गोपालगंज के माझागढ़ के धर्मपरसा पोस्ट स्थित उनके पैतृक गांव जलालपुर गांव, मांझागढ़ थाना में मौजूद भावना पेट्रोलियम विशम्भरपुर का पेट्रोल पंप और बिहटा के बेला में जय माता दी राईस मिल का कार्यालय शामिल है।
इस भ्रष्ट पदाधिकारी से जुड़े मामले की अब तक की जांच में उनके वास्तविक आय से 60.68 फीसदी अधिक की संपत्ति अर्जित करने के सबूत मिल चुके हैं। इसे लेकर ईओयू के थाना में मामला दर्ज किया गया है। यह मामला भ्रष्टाचार निवारण निरोध अधिनियम की धारा 13(2) एवं धारा 13(1)(बी) के तहत दर्ज की गई है। जांच के दौरान पटना में उनके फ्लैट से रीयल स्टेट से जुड़े आधा दर्जन से अधिक कागजात बरामद किए गए हैं। इन नई संपत्तियों के अलावा शेयर में भी निवेश से जुड़े बड़ी संख्या में कागजात बरामद किए गए हैं, जिनकी जांच चल रही है। जांच के बाद इनकी अवैध कमाई का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।
घर पर छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में सोने-चांदी की ज्वेलरी और कैश भी बरामद किए गए हैं। फिलहाल कैश की गिनती की जा रही है। इससे इनकी अवैध कमाई का दायरा भी बढ़ने की संभावना है।



