Chhapra News: एक सेकंड की देरी होती, तो खत्म हो जाती ज़िंदगी, RPF जवान ने किया करिश्मा
छपरा स्टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान महिला का पैर फिसला

छपरा। छठ महापर्व के बाद यात्रियों की भारी भीड़ के बीच छपरा जंक्शन पर गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया। प्लेटफार्म नंबर-1 पर चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रही एक महिला यात्री ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच जा गिरी। ठीक उसी क्षण रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवान कांस्टेबल सुशील कुमार ने तत्परता दिखाते हुए उसका हाथ पकड़कर बाहर खींच लिया और उसकी जान बचा ली।
यह घटना ऑपरेशन जीवन रक्षा के तहत आरपीएफ की मुस्तैदी और मानवीय संवेदना का एक और उदाहरण बन गई।
कैसे हुई घटना
छपरा रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए IPF/CIB छपरा, IPF/TE गोरखपुर, SI विशाल कुमार (RPF पोस्ट छपरा) तथा अन्य जवान बंदोबस्त ड्यूटी पर तैनात थे। दोपहर 12:05 बजे विशेष गाड़ी संख्या 04453 (मानसी – नई दिल्ली) प्लेटफार्म नंबर-1 से प्रस्थान कर रही थी। उसी दौरान अनीता देवी (35 वर्ष), पत्नी बाबूलाल शाह, निवासी मझवलिया, थाना मढौरा, जिला सारण चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास कर रही थीं।
ट्रेन की गति बढ़ने के साथ ही उनका पैर फिसल गया और वे ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच जा गिरीं। उसी क्षण प्लेटफॉर्म पर तैनात आरपीएफ जवान कांस्टेबल सुशील कुमार (6वीं बटालियन RPSF, नई दिल्ली) ने तेजी से प्रतिक्रिया देते हुए अपनी लाठी फेंकी और दौड़कर महिला को खींच लिया। उनकी तत्परता से महिला की जान बाल-बाल बच गई।
यह पूरा घटनाक्रम CCTV फुटेज में दर्ज हुआ है, जिसमें जवान की बहादुरी साफ दिखाई देती है।
हादसे के बाद की स्थिति
घटना के तुरंत बाद वहां मौजूद अन्य आरपीएफ कर्मी और रेलवे स्टाफ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आसपास जमा भीड़ को हटाया और महिला यात्री को शांत किया। महिला का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया — सौभाग्य से उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई। मानसिक रूप से स्थिर होने के बाद वे अपने साथ की अन्य महिला यात्रियों के साथ नई दिल्ली के लिए रवाना हो गईं।
स्टेशन पर आरपीएफ की सराहना
कांस्टेबल सुशील कुमार के इस सराहनीय कार्य की छपरा जंक्शन पर दिनभर चर्चा रही। यात्रियों ने रेलवे सुरक्षा बल के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि जवानों की सतर्कता से बड़ी दुर्घटना टल गई। स्टेशन पर मौजूद अधिकारियों ने भी जवान को प्रशंसा-पत्र देने की अनुशंसा की है।
 



