छपरा। सारण जिले के मशरक प्रखंड के सभी 15 पंचायतों के मुखिया बुधवार से हड़ताल पर चले गए हैं। मशरक प्रखंड कार्यालय परिसर में मुखिया संघ अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र सिंह के नेतृत्व में बीडीओ मो आसिफ को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। आपकों बता दें कि राज्य भर के मुखिया 16 से 31 अगस्त तक सरकारी कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। ये लोग वेतन भत्ते में बढ़ोतरी, सुरक्षा समेत अन्य मांगों को लेकर हड़ताल पर रहेंगे। 22 अगस्त को प्रखंड स्तर और 29 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। मौके पर बहरौली मुखिया अजीत सिंह,डुमरसन मुखिया बच्चा लाल साह, कर्ण कुदरिया मुखिया प्रतिनिधि अशरफ अली, चांद कुदरिया मुखिया धर्मेंद्र मांझी, दुरगौली मुखिया प्रतिनिधि सत्येंद्र सिंह, उप मुखिया पंकज सिंह,अरना मुखिया अनिल ठाकुर सोनौली मुखिया इम्तियाज खान उर्फ चुन्नू बाबू समेत अन्य मौजूद रहें। मौके पर मुखिया संघ अध्यक्ष डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारी मांगे साफ़ है।
हमारी मांग है कि – पंचायत जनप्रतिनिधियों के वेतन भत्ते में बढ़ोतरी की जाए, केंद्र सरकार 15 वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर मिलने वाली राशि मुहैया की जाए। मुखिया की सुरक्षा की गारंटी दी जाए, उन्हें हथियारों का लाइसेंस दी जाए। इसके साथ ही आपराधिक घटनाओं में जनप्रतिनिधियों की मौत पर आश्रितों को 50 लाख रुपये का मुआवजा मिले। मनरेगा में पंचायतों को भुगतान का अधिकार वापस मिले। नल जल योजना का संचालन पीएचईडी की जगह पंचायतों को दिया जाए।
बहरौली मुखिया अजीत सिंह और डुमरसन मुखिया बच्चा लाल साह ने अपनी मांगों को लेकर बताया कि केंद्र और राज्य सरकार पंचायतों के अधिकारों पर हनन कर रही है। मुखिया से उनका हक छीना जा रहा है। न तो उनके अनुसार काम हो रहा है और न ही उनकी सुरक्षा की गारंटी दी जा रही है। इसलिए हमारी मांगे केंद्र और राज्य दोनों सरकारों से है। अगर सरकारें हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम आगे आंदोलन करेंगे।
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