छपरा

GIS Master Plan: छपरा के विकास की खाका तैयार, 332 वर्ग किमी में बनेगा नया शहर

ड्रेनेज, हाउसिंग और इंडस्ट्रियल जोन पर फोकस करेगा छपरा मास्टर प्लान

छपरा। भीड़भाड़, ट्रैफिक जाम, नालों की दुर्दशा और अव्यवस्थित बसावट जैसी समस्याओं से जूझ रहा छपरा अब बदलाव की राह पर है। शहर की मौजूदा चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए छपरा आयोजन क्षेत्र प्राधिकरण ने GIS तकनीक आधारित मास्टर प्लान तैयार करने की कवायद तेज़ कर दी है। इस प्लान का मकसद छपरा और आसपास के इलाकों को भविष्य की ज़रूरतों के हिसाब से आधुनिक और व्यवस्थित स्वरूप देना है।

 332 वर्ग किलोमीटर में फैलेगा आयोजन क्षेत्र

शुरुआत में छपरा आयोजन क्षेत्र लगभग 101 वर्ग किलोमीटर तक सीमित था, जिसमें छपरा नगर निगम, रिविलगंज नगर पंचायत और मांझी प्रखंड के कुछ राजस्व ग्राम शामिल थे। लेकिन हाल ही में सरकार ने इसका विस्तार करते हुए इसे 332 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ा दिया है। इसका मतलब है कि आने वाले वर्षों में छपरा का विकास केवल नगर तक सीमित न रहकर आसपास के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों तक भी फैलेगा।

GIS आधारित मास्टर प्लान का खाका

कंसल्टेंट एजेंसी द्वारा बैठक में GIS आधारित मास्टर प्लान का स्टेज-5 प्रस्तुत किया गया। इसमें भूमि उपयोग (Land Use) पैटर्न के आधार पर विभिन्न ज़ोन चिन्हित किए जा रहे हैं। प्रस्तावित प्लान में आवासीय क्षेत्र, वाणिज्यिक क्षेत्र, इंडस्ट्रियल हब, रिक्रिएशन ज़ोन और ग्रीन ज़ोन तक का प्रावधान रखा गया है। इसका उद्देश्य छपरा को संतुलित और स्थायी विकास की दिशा में आगे बढ़ाना है।

सांसद और विधायकों ने रखी राय

बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए सारण सांसद एवं बिहार सरकार के मंत्री ने मास्टर प्लान में विशेष रूप से ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान देने की ज़रूरत बताई। उन्होंने कहा कि बुडको और स्थानीय प्रतिनिधियों से राय लेकर ही अंतिम रूप दिया जाए, ताकि बरसात के दिनों में शहर को जलजमाव की समस्या से निजात मिल सके।

विधान पार्षद  वीरेंद्र नारायण यादव ने भी स्थानीय स्तर पर आम नागरिकों से सुझाव लेने पर ज़ोर दिया। उनका कहना था कि जब तक मास्टर प्लान में जनता की राय शामिल नहीं होगी, तब तक यह अधूरा रहेगा।

 सभी हितधारकों की मौजूदगी

समाहरणालय सभागार में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी  अमन समीर ने की। बैठक में महापौर, उपमहापौर, नगर आयुक्त, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, कंसल्टेंट एजेंसी के प्रतिनिधि सहित आयोजन क्षेत्र प्राधिकरण से जुड़े विभिन्न स्टेकहोल्डर्स मौजूद रहे।

बैठक में तय किया गया कि मास्टर प्लान के ड्राफ्ट में सभी स्तरों से प्राप्त सुझावों को शामिल किया जाएगा। इसके बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा और लागू होने के बाद आने वाले वर्षों में छपरा एक सुनियोजित, आधुनिक और भविष्य उन्मुख शहर के रूप में विकसित हो सकेगा।

News Desk

Publisher & Editor-in-Chief

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