छपरा जंक्शन पर दो लावारिस बैग से मचा हड़कंप, मौके पर पहुंची पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीम
आरपीएफ-जीआरपी और डॉग स्क्वॉड ने किया मॉक ड्रिल

छपरा। स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले छपरा जंक्शन पर सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त टीम ने एक बड़े सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) का आयोजन किया। इस दौरान प्लेटफार्म नंबर 6/7 पर पूर्वी फुटओवर ब्रिज के नीचे दो लावारिस पिट्ठू बैग मिलने की सूचना पर आरपीएफ, जीआरपी, सीआईबी, सिविल पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीम ने त्वरित कार्रवाई कर पूरे क्षेत्र को घेराबंद कर जांच की।
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब आरपीएफ कांस्टेबल जय प्रकाश सिंह ने दो संदिग्ध बैग देखे और प्रभारी निरीक्षक, रेसुबल पोस्ट छपरा को सूचना दी। सूचना मिलते ही सहायक सुरक्षा आयुक्त के नेतृत्व में सभी सुरक्षा इकाइयां मौके पर पहुंचीं और प्लेटफार्म क्षेत्र को समय 12:37 बजे खाली कराकर सिक्योरिटी टेप और नायलॉन रस्सी से घेराबंदी की गई। यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया और पीए सिस्टम से लगातार सावधानी बरतने की अपील की गई।
BDDS (बॉम्ब डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड) और डॉग स्क्वॉड ने 12:45 बजे से 12:55 बजे तक जांच की। जांच में दोनों बैग में पुराने कपड़े पाए गए, कोई भी विस्फोटक या संदिग्ध सामग्री नहीं मिली। इसके बाद क्षेत्र को सैनिटाइज कर सामान्य स्थिति बहाल कर दी गई और यात्रियों की आवाजाही पुनः शुरू हो गई।
सहायक सुरक्षा आयुक्त ने मौके पर सभी सुरक्षा बलों की समीक्षा बैठक कर स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। यह मॉक ड्रिल वरिष्ठ डीएससी/वाराणसी, एसआरपी/मुफ्फरपुर और एसएसपी/सारण के आदेशानुसार की गई और समय 13:05 बजे इसकी रिपोर्ट डीएससीआर/वाराणसी को भेज दी गई।
रेलवे प्रशासन ने इस मौके पर यात्रियों से अपील की कि किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की तुरंत सूचना रेलवे सुरक्षा बल या पुलिस को दें। इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक राजन कुमार, आरपीएफ प्रभारी विनोद यादव, जीआरपी थानाध्यक्ष, सीआईबी के वरीय अधिकारी मौजूद थे।