Train News: रेलवे ने जेनरल यात्रियों को दी सौगात, दादर-बलिया एक्सप्रेस समेत 2 ट्रेनों में लगेगा स्थायी जेनरल कोच
स्लीपर हटाकर जोड़ा गया नया साधारण कोच

बलिया/गोरखपुर। रेलयात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे प्रशासन ने आम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दादर-बलिया और दादर-गोरखपुर के बीच चलने वाली विशेष ट्रेनों में शयनयान (स्लीपर) कोच की जगह अब एक सामान्य द्वितीय श्रेणी (जनरल) कोच स्थाई रूप से जोड़ने का निर्णय लिया है। यह बदलाव उन यात्रियों के लिए खुशखबरी है, जो बिना आरक्षण के कम किराए में सफर करना चाहते हैं।
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किन ट्रेनों में होगा बदलाव:
ट्रेन संख्या | मार्ग | प्रारंभिक स्टेशन से बदलाव की तिथि | अंतिम स्टेशन से बदलाव की तिथि |
---|---|---|---|
01025/01026 | दादर – बलिया – दादर विशेष गाड़ी | दादर से: 08 सितम्बर, 2025 | बलिया से: 10 सितम्बर, 2025 |
01027/01028 | दादर – गोरखपुर – दादर विशेष गाड़ी | दादर से: 06 सितम्बर, 2025 | गोरखपुर से: 08 सितम्बर, 2025 |
इन ट्रेनों में अब शयनयान श्रेणी के एक कोच की जगह स्थायी रूप से साधारण द्वितीय श्रेणी (जनरल) कोच जोड़ा जाएगा। रेलवे का यह फैसला उन यात्रियों के लिए राहतभरा होगा जो सामान्य श्रेणी में बिना आरक्षण यात्रा करते हैं।
नई रेक संरचना:
संशोधित रेक में कुल 17 कोच होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- एस.एल.आर.डी. (गार्ड ब्रेक वान) के 02 कोच
- साधारण द्वितीय श्रेणी के 04 कोच
- शयनयान श्रेणी के 07 कोच
- वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का 01 कोच
- वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 03 कोच
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रेलवे का उद्देश्य:
रेलवे द्वारा यह बदलाव सामान्य यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या और उनकी यात्रा सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। खासकर त्योहारों, छुट्टियों और परीक्षाओं के मौसम में जनरल कोच में भीड़ काफी बढ़ जाती है। ऐसे में एक अतिरिक्त सामान्य कोच यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित हो सकता है।
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यात्रियों की प्रतिक्रिया:
यात्रियों ने इस फैसले का स्वागत किया है। बलिया से गोरखपुर की यात्रा करने वाले एक यात्री रमेश यादव ने बताया, “हमें पहले स्लीपर टिकट ना मिलने पर परेशानी होती थी, अब एक और जनरल कोच जुड़ने से बैठने की संभावना बढ़ेगी।” रेलवे का यह कदम यात्रियों की मांग और सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। उम्मीद है कि भविष्य में अन्य ट्रेनों में भी इसी प्रकार बदलाव कर सुविधाएं और बेहतर बनाई जाएंगी।