
छपरा। सारण जिले के डोरीगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में रविवार की शाम वो हादसा हुआ, जिसने एक मासूम की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया। महज चार साल का एक बच्चा, जो अभी दुनिया को ठीक से समझ भी नहीं पाया था, उसके साथ उसके पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने दुष्कर्म जैसा घिनौना अपराध कर डाला।
शाम ढल रही थी। गांव की गलियों में बच्चों की चहक सुनाई दे रही थी। उसी भीड़ में एक छोटा बच्चा भी खेल रहा था — निश्चिंत, निस्पृह, मासूम। तभी पड़ोस में रहने वाला एक 28 वर्षीय युवक, जिसे बच्चा ‘चाचा का लड़का’ कहता है, आया। उसने मोबाइल दिखाया, खिलौने का लालच दिया, और मासूम को अपने घर ले गया।
कुछ ही देर बाद, वह बच्चा सिसकता हुआ घर लौटा, उसकी आंखों में डर और दर्द साफ झलक रहा था। वह सीधे मां के पास गया और टूटी-फूटी जुबान में जो बताया, उसे सुनकर मां का दिल कांप उठा। परिवार उसे लेकर डोरीगंज थाना पहुंचा, फिर तुरंत छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने यौन हिंसा की पुष्टि की।
बचपन पर गहरा जख्म
बच्चे को गंभीर शारीरिक और मानसिक आघात पहुंचा है। उसे निगरानी में रखा गया है। ऐसी उम्र में ऐसा कड़वा अनुभव किसी के जीवन की सबसे भयावह स्मृति बन जाता है — एक ऐसा डर, जो उम्र भर पीछा करता है।
आरोपी फरार, पुलिस ने दर्ज किया मामला
आरोपी युवक अविवाहित है और घटना के बाद से फरार है। जब परिजनों ने आरोपी से सवाल करने की कोशिश की तो उसने मारपीट भी की। डोरीगंज थाना में कांड संख्या 243/25 के तहत बीएनएस की कई धाराएं और पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराएं दर्ज की गई हैं।
प्रशासन सतर्क, एएसपी ने खुद लिया जायजा
एएसपी राज किशोर सिंह खुद अस्पताल पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत संवेदनशील मामला है। आरोपी को पकड़ने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं। पीड़ित को हर हाल में न्याय मिलेगा। हम कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
भरोसे का खून
गांव में लोग स्तब्ध हैं। उस युवक के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था कि वह ऐसा घिनौना कृत्य कर सकता है। घर के पास, अपने ही मोहल्ले में, बच्चा अब डर के साये में जी रहा है। उसकी मां की आंखों में नींद नहीं, चेहरे पर ग़ुस्सा और ग्लानि है — कि वह बेटे को घर के बाहर खेलने जाने से भी न रोक सकी।