छपरा। समाहरणालय में शुक्रवार को जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक सारण डॉ गौरव मंगला संयुक्त रूप से जमीन विवाद से संबंधित आयोजित विशेष जनता के दरबार में उपस्थित थे। जिलाधिकारी सारण अमन समीर के द्वारा बताया गया कि प्रायः ऐसा पाया जा रहा है कि भूमि विवाद के कारण विधि-व्यवस्था की समस्या तो होती ही है. साथ ही साथ कई आपराधिक घटनाओं के मूल में भी भूमि विवाद ही होता है। भूमि विवादों के निराकरण हेतु विभागीय निदेशानुसार प्रत्येक थाना पर प्रत्येक शनिवार को भूमि विवाद से संबंधी मामलों की सुनवाई अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष के स्तर पर एवं प्रत्येक 15 दिनों पर अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारीगण के स्तर से की जाती है।
जिला स्तर पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा भूमि विवाद संबंधी मामलों की मासिक समीक्षा की जाती है। परन्तु यह पाया जा रहा है कि प्रत्येक दिन जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के समक्ष भूमि विवाद से संबंधी मामले लगातार आते रहते हैं, जिसमें कुछ गंभीर प्रकृति के जैसे- अवैध कब्जा, अवैध निर्माण, जातिगत हिंसा उत्पन्न कराने वाले, साम्प्रदायिक विवाद फैलाने वाले आदि-आदि होते हैं, जिनका त्वरित निष्पादन करना बहुत ही आवश्यक है। इन्हीं सब वास्तविकताओं के आलोक में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, प्रत्येक माह के प्रथम शुक्रवार को मध्याह्न 12.00 बजे से अपराह्न 02:00 बजे तक भूमि विवाद से संबंधित मामलों के निपटारा हेतु जनता दरबार में उपस्थित रहेंगे।
जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि इस क्रम के प्रथम शुक्रवार को जनता दरबार नहीं आयोजित हो सका था इसीलिए विशेष भूमि विवाद से संबंधित प्रथम जनता दरबार शुक्रवार को मध्याह्न 12.00 बजे से अपराह्न 02.00 बजे तक आयोजित किया गया है। जनता दरबार के निर्धारित समय पर जिला के सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष अपने-अपने अनुमण्डल, प्रखंड मुख्यालय के वीडियो क्रॉफेसिंग कक्ष में ऑनलाइन उपस्थित थे। जनता दरबार में आवेदनों की समीक्षा दो श्रेणियों में की गई। विगत माह में सभी माध्यमों से प्राप्त आवेदनों को संवेदनशीलता के आधार पर वर्गीकृत करते हुए 30 आवेदनों को चिन्हित किया गया ।जिसमें जिलाधिकारी कार्यालय में प्राप्त 20 आवेदन और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्राप्त 10 आवेदन शामिल थे।
अपर समाहर्त्ता, सारण डॉ गगन सभी आवेदनों के संबंध में पूर्व से संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी स्तर से एवं अंचल अधिकारी, थानाध्यक्ष स्तर से कृत कार्रवाई का प्रतिवेदन संकलित करते हुए जनता के दरबार में उपस्थित थे। आज के सभी मामलों पर सुनवाई करते हुए जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक महोदय ने संबंधित अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को परिवाद में वर्णित तथ्यों को गंभीरता से जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। आयोजित जनता दरबार में प्राप्त आवेदनों के परिपेक्ष में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा निदेशों के अनुपालन की समीक्षा अपर समाहर्त्ता, सारण द्वारा साप्ताहिक रूप से की जाएगी।
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