छपरा

पिता की सीख को बनाया जीवन का मंत्र, फादर्स डे पर डॉ. अनिल ने की मानवता की सेवा

मजदूरों को किया गया सम्मानित

छपरा। फादर्स डे जैसे अवसर को जब अधिकांश लोग तोहफों और यादों के जरिये अपने पिता के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं, वहीं छपरा के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार ने इस दिन को सेवा और संवेदना के जरिए खास बना दिया। श्यामचक स्थित संजीवनी नर्सिंग होम एंड मेटरनिटी सेंटर के संस्थापक और भारत ज्योति अवार्ड से सम्मानित डॉ. कुमार ने अपने दिवंगत पिता की याद में सैकड़ों गरीब और जरूरतमंद मजदूरों को भरपेट भोजन कराया। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को एक-एक गमछा और नगद सहायता राशि भी दी।

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डॉ. अनिल कुमार ने कहा, “मेरे पिता ही मेरी प्रेरणा रहे हैं। आज वे भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके संस्कार मेरे कर्मों में जीवित हैं। मैं जो कुछ भी हूँ, उन्हीं की वजह से हूँ। यह सेवा मेरी ओर से उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।”

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समाजसेवा की नई मिसाल

इस सेवा कार्य के दौरान डॉ.अनिल कुमार की आंखें नम थीं, लेकिन उनका संकल्प मजबूत था। उनका मानना है कि समाज के कमजोर वर्ग की मदद कर हम अपने परिजनों की स्मृतियों को जीवित रख सकते हैं। इस अवसर पर इनकम टैक्स अधिवक्ता अभय राय ने डॉ. अनिल कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा, “वे सिर्फ एक कुशल डॉक्टर ही नहीं, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशील नागरिक भी हैं। उनका यह कदम दिखाता है कि किसी विशेष दिन को केवल उत्सव नहीं, एक अवसर में भी बदला जा सकता है – सेवा और सहयोग का अवसर।”

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इस प्रेरणास्पद कार्यक्रम में प्रदीप कुमार यादव, शैलेश कुमार यादव, लक्ष्मण राय, दसरथ राय, स्वेता सिंह, रीता कुमारी, गुड्डु कुमार, रुपेश कुमार, अजीत कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे अन्य लोगों के लिए भी एक उदाहरण बताया।

News Desk

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