Chhapra News: शादी से पहले सिर से उठा पिता का साया, शादी की खुशियां मातम में डूब रही थीं… डॉक्टर अनिल ने उम्मीदों को फिर से सजाया
सिर से उठा पिता का साया, बेटी की शादी में आर्थिक तंगी बनी बाधा

छपरा । कभी-कभी इंसानियत ऐसे रूप में सामने आती है जो समाज के लिए मिसाल बन जाती है। ऐसा ही एक मार्मिक दृश्य सारण जिले के कोपा थाना क्षेत्र अंतर्गत मुसेहरी गांव में देखने को मिला, जहां एक बुजुर्ग की पोती की शादी में बाधा बन रही आर्थिक तंगी को छपरा शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार ने दूर किया।
शादी की चिंता ने परिजनों को घेर रखा था
दरअसल, मुसेहरी गांव निवासी पारस प्रसाद के पुत्र कन्हैया प्रसाद का असामयिक निधन हो गया था। उनके निधन के बाद घर में ग़म का साया तो था ही, लेकिन एक और चिंता ने परिजनों को घेर रखा था—कन्हैया की बेटी काजल कुमारी की शादी तय थी, मगर परिवार गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा था। इस संकट से उबरने की उम्मीद लेकर बुजुर्ग पिता पारस प्रसाद, डगमगाते कदमों और धुंधली आंखों से छपरा शहर पहुंचे और संजीवनी नर्सिंग होम एवं मैटरनिटी सेंटर श्यामचक के संचालक डॉ. अनिल कुमार से अपनी पीड़ा साझा की।
शादी की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली
डॉ. अनिल ने न केवल इस दुख को सुना, बल्कि बेटी की शादी की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली। शादी से पहले वे खुद आवश्यक सामान लेकर मुसेहरी गांव पहुंचे और परिवार को सहारा दिया। वे शादी के लिए दर्जनों साड़ी, सूटकेस, धोती, मच्छरदानी, चादर-बेडशीट, सिंगार का सामान और राशन सामग्री जैसे आटा, चावल, चीनी, रिफाइंड तेल, बेसन, पटल, गिलास आदि लेकर पहुंचे। इसके अलावा उन्होंने नकद आर्थिक सहायता भी दी, ताकि शादी बिना किसी अड़चन के संपन्न हो सके।
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सहयोग की भावना से समाज में उजाला फैलाया जा सकता है
इस पुनीत कार्य में डॉ. ओपी गुप्ता (हीरा डेंटल क्लिनिक), एसबीआई कर्मी शैलेन्द्र कुमार सिंह उर्फ चुलबुल सिंह, एडवोकेट अभय राय, प्रदीप कुमार यादव, चार्टर्ड अकाउंटेंट तरुण राय समेत कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। सभी ने बेटी को आशीर्वाद दिया और परिवार को ढाढ़स बंधाया।
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इस नेक पहल ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि संवेदनशीलता और सहयोग की भावना से समाज में उजाला फैलाया जा सकता है। डॉ. अनिल जैसे लोग न सिर्फ समाज के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि उन बुजुर्गों के लिए सच्चे सहारा भी जो संकट की घड़ी में अकेले पड़ जाते हैं।