छपरा नगर निगम में होल्डिंग टैक्स वूसली में अनियमितता, डिप्टी मेयर ने की टेंडर रद्द करने की मांग

छपरा: छपरा नगर निगम में होल्डिंग टैक्स वसूली में बड़े पैमाने पर अनियमितताएँ सामने आई हैं। आउटसोर्सिंग एजेंसी स्पैरो के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं, जिससे नगर निगम की छवि पर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले पर छपरा की डिप्टी मेयर रागनी गुप्ता ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर स्पैरो एजेंसी की कार्यप्रणाली पर कड़ी जांच की मांग की है और साथ ही उनका अनुबंध रद्द करने की सिफारिश की है।
सिर्फ एक वर्ष का टैक्स, बार–बार वसूली
डिप्टी मेयर रागनी गुप्ता द्वारा भेजे गए पत्र में बताया गया है कि स्पैरो एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा एक ही वर्ष के टैक्स को एक से अधिक बार और अलग-अलग राशि के साथ वसूला जा रहा है। यह न केवल वित्तीय अनियमितता की ओर इशारा करता है, बल्कि इससे स्थानीय लोगों में भारी असंतोष भी पैदा हो रहा है। एक ही होल्डिंग धारक से एक ही टैक्स को दो अलग-अलग बार वसूले जाने के मामले ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
निगम के मानकों का उल्लंघन
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि स्पैरो एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा कर निर्धारण निगम के निर्धारित मानकों और दरों के विपरीत किया जा रहा है। इसका स्पष्ट मतलब है कि कर वसूली के नाम पर निजी तौर पर टैक्स की दरें तय की जा रही हैं, जो पूरी तरह से अनुचित और अवैध है।
जांच और कार्रवाई की मांग
डिप्टी मेयर ने इस मामले को त्वरित जांच का विषय बताते हुए स्पैरो एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, उन्होंने कहा कि इस एजेंसी के साथ नगर निगम का अनुबंध तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की अनियमितताओं को रोका जा सके।
इस मामले के बाद नगर निगम के खिलाफ जनता में नाराजगी देखने को मिल रही है। स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि यह मानते हैं कि इस तरह की अनियमितताओं से निगम के कामकाज पर सवाल उठ रहे हैं और लोगों का विश्वास डगमगा रहा है। अब नगर निगम पर यह दबाव है कि वह इस गंभीर मुद्दे को जल्द सुलझाए और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम उठाए।