वैशाली के लाल प्रिंस यादव ने तीसरे प्रयास में UPSC में 141वां रैंक हासिल कर सफलता का परचम लहराया

हाजीपुर। “मेहनत करते रहो, रिजल्ट की परवाह मत करो – सफलता जरूर मिलेगी।” इस कहावत को साकार कर दिखाया है वैशाली जिले के लाल प्रिंस ने। UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में अपने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल करते हुए प्रिंस ने देशभर में 141वीं रैंक प्राप्त की है। प्रिंस की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे जिले को गर्व से भर दिया है।
पिता है शिक्षक, बेटा बना आईएएस
हाजीपुर के गांधी आश्रम मोहल्ला निवासी और शिक्षक त्रिवेणी प्रसाद के पुत्र प्रिंस की प्रारंभिक शिक्षा हाजीपुर से ही हुई। दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई भी प्रिंस ने वैशाली से की। इसके बाद 2021 में उन्होंने आईआईटी से स्नातक किया और फिर यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। बीते चार वर्षों से प्रिंस ने कठिन मेहनत और आत्मविश्वास के साथ तैयारी की, जिसका फल उन्हें अब सफलता के रूप में मिला है।
रोजाना 6 से 7 घंटा करते थे पढ़ाई
प्रिंस ने बताया कि वह रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते थे। इस बार की तैयारी को लेकर वह आत्मविश्वास से भरे थे, लेकिन 141वीं रैंक हासिल करने की उम्मीद नहीं थी। रिजल्ट आते ही घर में खुशी की लहर दौड़ गई और बधाई देने वालों का तांता लग गया।
उनके माता-पिता, विशेषकर मां, इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं। मां ने कहा, “प्रिंस बचपन से ही पढ़ाई में होशियार था। उसे कभी पढ़ाई के लिए कहना नहीं पड़ता था। यह उसकी मेहनत और लगन का नतीजा है कि वह आज IAS बन गया है।”
प्रिंस ने देश के सभी UPSC अभ्यर्थियों को प्रेरणा देते हुए कहा, “कड़ी मेहनत करते रहिए, फल जरूर मिलेगा। तैयारी में निरंतरता और विश्वास सबसे जरूरी है।”
आज प्रिंस सिर्फ अपने परिवार का नहीं, बल्कि पूरे वैशाली जिले का गौरव बन चुके हैं। उनके इस सफर ने यह साबित कर दिया कि संकल्प, समर्पण और निरंतर प्रयास से कोई भी सपना हकीकत में बदला जा सकता है।